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Hindi News पैसा बिज़नेस क्रूड के दोबारा 100 डॉलर पर न पहुंचने की भविष्‍यवाणी, समझिए भारत के लिए इसके मायने

क्रूड के दोबारा 100 डॉलर पर न पहुंचने की भविष्‍यवाणी, समझिए भारत के लिए इसके मायने

ऑयल कंपनी के सीईओ इयान टेलर की क्रूड की कीमतें दोबारा 100 डॉलर प्रति बैरल तक नहीं जाने की भविष्‍यवाणी करते हैं तो इसके भारत के लिए कई मायने हैं।

क्रूड के दोबारा 100 डॉलर पर न पहुंचने की भविष्‍यवाणी, समझिए भारत के लिए इसके मायने- India TV Paisa क्रूड के दोबारा 100 डॉलर पर न पहुंचने की भविष्‍यवाणी, समझिए भारत के लिए इसके मायने

नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़ी ऑयल कंपनी के चीफ एग्‍जीक्‍यूटिव इयान टेलर अगर यह बयान दें कि अब क्रूड ऑयल की कीमतें दोबारा 100 डॉलर प्रति बैरल तक नहीं जाएंगी तो भारत के नजरिये से यह बात और भी अहम हो जाती है। क्रूड की कीमतों के दोबारा 100 डॉलर तक न जाने का अनुमान एक ओर सरकार के लिए राहत की बात हो सकती है, वहीं आम जनता के लिए कई तरह से यह फायदे का सौदा है। क्रूड की कीमतें निचले स्तर पर रहने का सीधा मतलब है कि सरकार की पॉलिसी में अगर कोई बड़ा फेरबदल नहीं हुआ तो पेट्रोल और डीजल के दाम एक छोटे दायरे में ही रहेंगे, जो हर तरह से महंगाई को काबू रखने में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। लंदन में आयोजित इकोनॉमिस्‍ट एनर्जी समिट में टेलर ने कहा कि मुझे लगता है कि हम अब 100 डॉलर प्रति बैरल का भाव दोबारा नहीं देख पाएंगे। उनके मुताबिक 2014 के मुकाबले फिलहाल क्रूड ऑयल की कीमत घटकर आधी रह चुकी है। अब इसके दोबारा 100 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने की कोई संभावना नहीं है।

सालभर में पांचवी बार सरकार ने बढ़ाई पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी, आम आदमी को नहीं मिलेगा गिरते क्रूड का पूरा फायदा

Petrol & Diesel Prices in last ten years-2

Brent Crude Oil Movement

Petrol Prices Movement in last ten years

Diesel Prices Movement in last ten years

टेलर की पिछली भविष्यवाणी भी हुई थी सच
1985 में रॉयल डच शेल की टीम ने भविष्वाणी की थी कि ग्लोबल स्तर पर क्रूड ऑयल के भंडार में कमी आने के कारण 2015 तक क्रूड की कीमतें 125 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच जाएंगी। इस टीम की यह भविष्यवाणी 2014 में सच भी हुई थी। इयान टेलर भी उसी टीम का हिस्सा थे।
एक्सपर्ट्स का भी है मानना क्रूड में नहीं आएगी तेजी 
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने इंडियाटीवी पैसा को बताया कि ग्लोबल स्तर पर डिमांड के मुकाबले सप्लाई अभी भी ज्यादा है। इसके कारण अगले 2 से 3 साल तक क्रूड की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना बेहद कम है। इसका असर जाहिर तौर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ेगा। लेकिन, क्रूड की कीमतों में 10-20 डॉलर प्रति बैरल का उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल का महंगा सस्ता होना जारी रहेगा।

अभी इस भविष्यवाणी पर है घरेलू विशेषज्ञों को संशय
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया के मुताबिक मौजूदा समय में जो क्रूड की कीमतों को लेकर स्थिति है उस हिसाब से अगले पांच साल तक क्रूड की औसत कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बने रहने की संभावना है, लेकिन क्रूड 100 डॉलर के पार कभी नहीं पहुंचेगा यह कहना मुश्किल है। क्रूड ऑयल के 100 डॉलर पहुंचने की भविष्यवाणी ऐसे समय में की जा रही है, जब तेल कंपनियां कीमतों को सपोर्ट करने के लिए अपने बजट में अरबों की कटौती कर रही हैं।

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