A
Hindi News पैसा बिज़नेस पाकिस्तान की कुल आमदनी से 40 फीसदी ज्यादा कमाती है भारत की इंडियन ऑयल, रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा

पाकिस्तान की कुल आमदनी से 40 फीसदी ज्यादा कमाती है भारत की इंडियन ऑयल, रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा

भारत की इंडियन ऑयल की कुल आमदनी पाकिस्तान की कुल आय से 40% ज्यादा है। यूके की संस्था ग्लोबल जस्टिस नाउ ने एक स्टडी की थी। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है।

पाकिस्तान की कुल आमदनी से 40 फीसदी ज्यादा कमाती है भारत की इंडियन ऑयल, रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा- India TV Paisa पाकिस्तान की कुल आमदनी से 40 फीसदी ज्यादा कमाती है भारत की इंडियन ऑयल, रिपोर्ट में हुआ ये बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। भारत की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) कुल की आमदनी पाकिस्तान की कुल आय से 40 फीसदी ज्यादा है। यूके की संस्था ग्लोबल जस्टिस नाउ ने हाल में एक स्टडी की थी। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है।

ये भी पढ़े: भारत की बादशाहत को झटका, साउथ एशिया में हॉटेस्‍ट इक्विटी मार्केट बना पाकिस्‍तान

तस्‍वीरों में देखिए इंडियन ऑइल से जुड़े कुछ खास फैक्‍ट्स

IOC

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

इंडियन ऑयल की आय से भी कम है पाकिस्तान की कुल आमदानी

भारत के सबसे बड़े कमर्शल एंटरप्राइज इंडियन ऑइल का सन 2015 में कुल रेवेन्यू 54.7 बिलियन डॉलर (करीब 3.66 लाख करोड़ रुपए) था, वहीं इस दौरान पाकिस्तान का कुल रेवेन्यू 38.7 बिलियन डॉलर (2.59 लाख करोड़ रुपए) रहा था।

ये भी पढ़े: पाकिस्तान ने रक्षा बजट 11 फीसदी बढ़ाया

दुनिया की इन बड़ी कंपनियों ने आय में कई देशों को पीछे छोड़ा

इस स्टडी के मुताबिक, दुनिया के 10 सबसे बड़े कॉर्पोरेशन कई देशों की संयुक्त आय से भी ज्यादा कमाई करते हैं। वॉलमार्ट, ऐपल, शेल जैसी कॉर्पोरेशन रूस, बेल्जियम, स्वीडन से ज्यादा अमीर हैं। साथ ही इन तीनों कंपनियों का कुल रेवेन्यू दुनिया के सबसे गरीब 180 देशों की कुल आय से भी ज्यादा है। इन देशों में आयरलैंड, इंडोनेशिया, इजरायल, कोलंबिया, ग्रीस, दक्षिण अफ्रीका, इराक और वियतनाम शामिल हैं।

इन बड़ी कंपनियों के पास बड़ा पैसा और बहुत पावर है

ग्लोबल जस्टिस नाउ के निदेशक निक डियरडेन ने कहा, ‘बड़े कॉर्पोरेशन के पास इतनी दौलत और ताकत, दुनिया की कई समस्याओं जैसे असमानता व क्लाइमेट चेंज का मुख्य कारण है। अपने लाभ के लिए ये कॉर्पोरेशन करोड़ों लोगों के आधारभूत मानवाधिकारों का दमन करते हैं। इन आकड़ों से यह भी पता चलता है कि समस्या और भयावह होती जा रही है।’ ग्लोबल जस्टिस नाउ, ब्रिटिश सरकार पर ऐसे बड़े कॉर्पोरेशन का सहयोग न करने के लिए दबाव बना रही है।

Latest Business News