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Hindi News पैसा बिज़नेस मानसून तो शुरुआत में ही पिछड़ गया, 4 बड़े राज्यों में बहुत कम बारिश, देशभर में औसतन 7% कम बरसात

मानसून तो शुरुआत में ही पिछड़ गया, 4 बड़े राज्यों में बहुत कम बारिश, देशभर में औसतन 7% कम बरसात

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।

Monsoon deficit widens to 7 percent during first 20 days of season- India TV Paisa Monsoon deficit widens to 7 percent during first 20 days of season

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।

मौसम विभाग के मुताबिक देश के 4 राज्य ऐसे हैं जहां अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान बहुत कम बरसात हुई है। सबसे खराब हालात गुजरात के हैं, राज्य में पहली जून से लेकर 20 जून तक सिर्फ 3.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो औसत होने वाली 43.9 मिलीमीटर से 92 प्रतिशत कम है। राजस्थान में भी अबतक औसत के मुकाबले 48 प्रतिशत कम, उत्तर प्रदेश में 51 प्रतिशत कम और बिहार में औसत से 35 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक कुल 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 11 राज्यों में कम बरसात हुई है जिनमें से 3 राज्यों में बहुत ही ज्यादा कमी है। हालांकि 3 राज्य ऐसे भी हैं जहां बहुत ज्यादा, 9 राज्यों में ज्यादा और 11 राज्यों में सामान्य बरसात हुई है। 

मौसम के जानकारों का मानना है कि अगले 3-4 दिन तक बारिश की कमी और बढ़ सकती है, मौसम का आंकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि मानसून महाराष्ट्र में रुका हुआ है और 24 जून से पहले इसके आगे बढ़ने की उम्मीद कम है ऐसे में अगले 3-4 दिन बारिश की कमी और हो सकती है।

हालांकि महेश पलावत ने ये भी बताया कि यह परेशानी कुछ समय की है, आगे चलकर मानसून में सुधार हो सकता है, उनके मुताबिक मानसून के लिए जुलाई और अगस्त काफी अहम रहते हैं और इन दोनो महीनों के दौरान अच्छी बरसात की उम्मीद है, ऐसे में जून के दौरान बारिश में जो कमी आई है उसमें जुलाई और अगस्त के दौरान भरपायी होने के आसार हैं।

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