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Hindi News पैसा बिज़नेस 251 रुपए में फोन देने वाली रिंगिंग बेल्‍स फंसी मुश्किल में, एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स विभाग ने शुरू की जांच

251 रुपए में फोन देने वाली रिंगिंग बेल्‍स फंसी मुश्किल में, एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स विभाग ने शुरू की जांच

दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बाजार में उतारने का दावा करने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्‍स एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की जांच के घेरे में आ गई है।

251 रुपए में फोन देने वाली रिंगिंग बेल्‍स फंसी मुश्किल में, एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स विभाग ने शुरू की जांच- India TV Paisa 251 रुपए में फोन देने वाली रिंगिंग बेल्‍स फंसी मुश्किल में, एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स विभाग ने शुरू की जांच

नई दिल्‍ली। दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बाजार में उतारने का दावा करने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्‍स एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की जांच के घेरे में आ गई है। कंपनी द्वारा 251 रुपए में स्मार्टफोन बेचने को लेकर लगातार उठते सवालों के बीच डिपार्टमेंट की नजर कंपनी पर गई है।

सूत्रों के अनुसार इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने नोएडा स्थित कंपनी के वित्तीय ढांचे की जांच पड़ताल शुरू की है। डिपार्टमेंट ने कंपनी रजिस्‍ट्रार से कंपनी के दस्तावेज प्राप्त किए हैं। रिंगिंग बेल्‍स के अध्यक्ष अशोक चड्ढ़ा ने एक बयान में कहा, हां, एक्‍साइज और इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट के अधिकारी यहां आए थे। हम सरकार के मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया के तहत लक्ष्य हासिल करने की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने भविष्य के लिए हमें कुछ दिशा-निर्देश दिए और पूरा समर्थन एवं सहयोग दिया।

रिंगिंग बेल्‍स ने इस सप्ताह एक बड़े समारोह में दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन पेश किया, जिसकी कीमत मात्र 251 रुपए है। हालांकि, इसको लेकर कंपनी का उत्साह लंबे समय तक नहीं रहा और इस बात को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया कि कंपनी ने समारोह में जो फोन दिखाए, वह उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी एडकॉम का हैंडसेट था। चड्ढ़ा ने स्पष्ट किया, वह एक नमूना या प्रोटोटाइप हैंडसेट दिखाना चाहते थे कि कंपनी का हैंडसेट कैसा होगा, यह उनका अंतिम उत्पाद नहीं है।
उद्योग से जुड़े लोगों ने कंपनी के खिलाफ दूरसंचार मंत्रालय से शिकायत की और मामले की तह तक जाने का अनुरोध किया है।

मंत्रालय ने रिंगिंग बेल्स से बिना बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) प्रमाणपत्र के फ्रीडम 251 मोबाइल फोन पेश किए जाने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से कंपनी की विश्वसनीयता का पता लगाने को कहा है। कंपनी ने कहा कि उसे पहले दिन 3.70 करोड़ तथा दूसरे दिन शाम पौने आठ बजे तक 2.47 करोड़ रजिस्‍ट्रेशन प्राप्त हुए हैं।

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