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Hindi News पैसा बिज़नेस भारत 2050 तक बनेगा 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी, गरीबी से मिलेगी 100% आजादी: गौतम अडाणी

भारत 2050 तक बनेगा 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी, गरीबी से मिलेगी 100% आजादी: गौतम अडाणी

गौतम अडाणी ने कहा कि भारत अभी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। तथ्य यह है कि भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।

Gautam Adani- India TV Paisa Image Source : FILE Gautam Adani

Gautam Adani News: फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ सम्मेलन में देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडाणी ने विश्वास जताया है कि जिस तरह भारत विकास कर रहा है, उसे देखकर लग रहा है कि 2050 तक भारतीय इकॉनोमी 30 ट्रिलियन डॉलर्स की हो जाएगी। उससे पहले आज़ादी की अमृतकाल में देश 100ः साक्षरता तथा गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को हांसिल करेगा।

गौतम अडाणी ने कहा कि भारत अभी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। तथ्य यह है कि भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। तथ्य यह है कि भारत का वास्तविक विकास अभी शुरू हो रहा है -भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष से अब 100 वें वर्ष की ओर अग्रसर है। हमारा देश इस काल को अमृत काल कहता है। मतलब एक बेहतर कल की शुरुआत के लिए सही समय।

अब मैं अगले 25 वर्षों की कल्पना करता हूं। इस अवधि में, भारत आराम से शत-प्रतिशत साक्षरता वाला देश बन जाएगा। भारत भी 2050 से पहले गरीबी मुक्त हो जाएगा। हम 2050 में भी केवल 38 वर्ष की औसत आयु वाले देश होंगे - और दुनिया में सबसे अधिक उपभोग करने वाला मध्यम वर्ग वाला देश होगा। 

100 अरब के निवेश की घोषणा 

इसी के साथ ही दुनिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडाणी ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अडाणी समूह अगले दशक में 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा। यह निवेश मुख्य रूप से नई ऊर्जा और डेटा केंद्र सहित डिजिटल क्षेत्र में किया जाएगा। इस निवेश का 70 प्रतिशत हिस्सा ऊर्जा संक्रमण क्षेत्र में होगा। बंदरगाह से लेकर ऊर्जा कारोबार में शामिल समूह आने वाले दिनों में 45 गीगावाट हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता जोड़ेगा करेगा। इसके अलावा सौर पैनल, पवन टर्बाइन और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए तीन कारखानों को स्थापित किया जाएगा।

रिन्युएबल एनर्जी में बड़ा दांव 

अडाणी समूह के संस्थापक और चेयरमैन ने फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ सम्मेलन में कहा, श्श्एक समूह के रूप में, हम अगले दशक में 100 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी का निवेश करेंगे। हमने इस निवेश का 70 प्रतिशत ऊर्जा संक्रमण क्षेत्र के लिए तय किया है। इस सम्मेलन का आयोजन सिंगापुर में किया गया। उन्होंने कहा,  हमारे मौजूदा 20 गीगावाट नवीकरणीय पोर्टफोलियो के अलावा, नए व्यवसाय को 45 गीगावाट हाइब्रिड नवीकरणीय बिजली उत्पादन द्वारा बढ़ाया जाएगा। यह उद्यम 100,000 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है, जो सिंगापुर का 1.4 गुना क्षेत्र है। इससे तीन करोड़ टन ग्रीन हाइड्रोजन का व्यावसायीकरण होगा।

3 गीगा फैक्ट्री लगाएगा अडाणी समूह

समूह तीन गीगा फैक्ट्रियों की स्थापना भी करेगा - (1) 10 गीगावॉट सिलिकॉन आधारित फोटोवोल्टिक मूल्य-श्रृंखला के लिए, रॉ सिलिकॉन से लेकर सोलर पैनल तक को एकीकृत करेगी। (2) 10 गीगावॉट की एकीकृत पवन टरबाइन विनिर्माण संयंत्र और (3) पांच गीगावॉट हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्टरी। उन्होंने कहा, आज हम ग्रीन इलेक्ट्रॉन के सबसे कम खर्चीले उत्पादक हैं, और हम सबसे कम लागत में ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन भी करेंगे। 

भारत में अगला दौर डेटा सेंटर का 

अडाणी ने आगे कहा, भारतीय डेटा सेंटर बाजार तेजी से बढ़ रहा है। यह क्षेत्र दुनिया के किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में अधिक ऊर्जा की खपत करता है और इसलिए ग्रीन डेटा सेंटर बनाने का हमारा कदम एक बहुत बड़ा बदलाव है। उन्होंने कहा कि भारत अविश्वसनीय अवसरों से भरा है और वास्तविक भारत के विकास की कहानी अभी शुरू हो रही है। अडाणी ने चीन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कभी वैश्वीकरण में अग्रणी रहा यह देश अब चुनौतियों का सामना कर रहा है। 

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