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क्या है उत्तर प्रदेश का गोल्डन ट्रायंगल जो भरेगा सरकार का खजाना, इकॉनमी को लगेंगे चार चांद

Tourist Place in uttar pradesh : उत्तरप्रदेश में तीर्थ स्थलों का एक ट्रायंगल बन गया है। यह ट्रायंगल अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज से मिलकर बना है। राम मंदिर बनने से इस ट्रायंगल में टूरिज्म तेजी से बढ़ेगा। इसका सीधा फायदा राज्य की इकॉनमी को होगा।

उत्तर प्रदेश टूरिज्म- India TV Paisa Image Source : FILE उत्तर प्रदेश टूरिज्म

उत्तर प्रदेश एक तरह से देश की सांस्कृतिक राजधानी बन गया है। यह देश में सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था का मॉडल राज्य भी बन रहा है। यहां तीर्थ स्थलों के गोल्डन ट्रायंगल (Golden triangle) से राज्य की इकॉनमी में योगदान तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। यह गोल्डन ट्रायंगल ना सिर्फ राज्य की इकॉनमी को, बल्कि देश की इकॉनमी को भी बढ़ावा देगा। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले ही दिन करीब 5 लाख लोगों ने राम मंदिर में दर्शन किए। इससे पता चलता है कि देशभर से कितनी बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आने के लिए लालायित हैं। जितनी बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आएंगे, उतना ही ज्यादा योगदान यूपी और देश की इकॉनमी में होगा।  

क्या है UP का गोल्डन ट्रायंगल?

22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में तीर्थ स्थलों का गोल्डन ट्रायंगल बन गया है। यह ट्रायंगल वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या से मिलकर बना है। आप उत्तर प्रदेश के मैप में इन तीनों तीर्थ स्थलों को देखेंगे, तो ये एक ट्रायंगल बना रहे हैं। यह ट्रायंगल अब उत्तर प्रदेश के टूरिज्म का केंद्र बन गया है। यह ट्राएंगल करीब 400 किलोमीटर के दायरे में है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अब इस ट्रायंगल में टूरिज्म तेजी से बढ़ेगा। अयोध्या आने वाले लोगों में से कुछ हिस्सा वाराणसी और प्रयागराज भी जाएगा। खास बात यह है कि आप एक दिन में भी इन तीनों तीर्थ स्थलों पर जा सकते हैं।

राम मंदिर से इस तरह बढ़ेगा टूरिज्म

अयोध्या में राम मंदिर बन जाने से देशभर के लोगों की निगाह उत्तर प्रदेश के टूरिस्ट प्लेसेस पर है। राज्य के टूरिज्म डिपार्टमेंट के अनुसार बीते एक साल में करीब 40 करोड़ टूरिस्ट यूपी आए थे। इनमें से आधे पर्यटक वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या पहुंचे थे। अब इस ट्रायंगल में अयोध्या मुख्य आकर्षण बन गया है। अयोध्या आने वाले टूरिस्ट सिर्फ अयोध्या ही नहीं, बल्कि वाराणसी और प्रयागराज भी घूमना चाहेंगे।  ऐसे में इस ट्रायंगल में आने वाले टूरिस्ट्स की संख्या तेजी से बढ़ेगी। वाराणसी में काशि विश्वनाथ कॉरिडोर बनने से पहले आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या सिर्फ 67 लाख थी। कॉरिडोर बनने के बाद यहां साल 2023 में 8.5 करोड़ से अधिक टूरिस्ट पहुंचे। 

इकॉनमी को मिलेगा बूस्ट

जब टूरिस्ट आते हैं, तो टूरिज्म प्लेस में इंफ्रास्ट्रक्चर, हॉस्पिटैलिटी, टैवल और लॉजिस्टिक सेक्टर में बूम आता है। लोग जब आते हैं, तो स्थानीय बाजारों में खरीदारी करते हैं। हाल ही में ब्रोकरेज फर्म जेफरीन ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अयोध्या में आने वाले पर्यटकों की संख्या सालाना 5 करोड़ तक पहुंच सकती है। एक ही दिन में 5 लाख लोगों का राम मंदिर आना बताता है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। इससे इस गोल्डन ट्रायंगल में निवेश बढ़ेगा। कंपनियां यहां इन्वेस्टमेंट करेंगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। एसबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, राम मंदिर बनने से उत्तर प्रदेश के कर राजस्व में 20 से 25 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने का अनुमान है। इससे उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने की दिशा में मदद मिलेगी।

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