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पैसा डबल करने वाली 'पिगलेट स्कीम' में लोगों के डूबे लाखों रुपये, दर्ज FIR में सामने आई जानकारी

'एक रात में पैसा डबल' इस स्कीम के बारे में आपने सुना होगा। बहुत सारे मीम भी इस टैगलाइन पर बनाए जाते हैं, लेकिन आज आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ धोखेबाजों ने सैकड़ों लोगों को पैसा डबल करने वाली एक स्कीम बताकर लाखों रूपये चपत कर लिए, जिसके बारे में FIR में जानकारी सामने आई है।

पैसा डबल करने वाली 'पिगलेट स्कीम' में डूबे लाखों रुपये- India TV Paisa Image Source : INDIA TV पैसा डबल करने वाली 'पिगलेट स्कीम' में डूबे लाखों रुपये

Fraud Case: 'पिगलेट में निवेश करें और सात महीने में डेढ़ गुना पैसा पाएं' इस टैगलाइन और जल्दी पैसा कमाने की लालच ने रक्षा कर्मियों सहित सैकड़ों लोगों को रोड पर ला दिया। तीन साल बीत जाने और विभिन्न राज्यों में कई प्राथमिकी (एफआईआर) के बावजूद निवेशक अपना धन वापस पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। 

क्या थी स्कीम

दरअसल सुअर पालन व्यवसाय के नाम पर लोगों को बताया गया कि 10,000 रुपये की कीमत वाले सुअर के तीन बच्चे (पिगलेट) जब सात महीने बाद बड़े हो जाएंगे तो उनकी कीमत 40,000 रुपये हो जाएगी। इस तरह जल्दी पैसा बढ़ाने के लालच में कई लोगों ने इस निवेश योजना में अपना धन लगा दिया। 

दर्ज FIR में सामने आई जानकारी

दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में दर्ज एक FIR के अनुसार पंजाब के फिरोजपुर निवासी मंगत राम मैनी, उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों ने कथित तौर पर निवेशकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की। इन लोगों ने श्योर गेन सॉल्यूशंस (एसजीएस) नाम की एक कंपनी शुरू की थी और लोगों को इस फर्म में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। निवेशकों ने कहा कि उन्होंने नवंबर 2017 से मार्च 2019 तक सैकड़ों लोगों से निवेश जुटाया। इन लोगों का व्यक्तिगत निवेश 10,000 रुपये से दो करोड़ रुपये के बीच था। 

पीड़ित ने बताई आपबीती

कंपनी में 12 लाख रुपये निवेश करने वाले अभिषेक सिंह ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें बताया कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और अफ्रीका के कई देशों में सुअरों की काफी मांग है। इसका मांस 150 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकता है।’’ हालांकि, बाद में इस सब्जबाग का सच एक आर्थिक धोखाधड़ी के रूप में सामने आया। 

दिल्ली पुलिस के ईओडब्ल्यू में डीसीपी अनीश राय ने कहा कि 2019 में 43 पीड़ितों ने पुलिस से संपर्क किया और उनकी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले में पांच आरोपी हैं और हमने उनमें से एक को गिरफ्तार किया है, जो इस समय न्यायिक हिरासत में है। उन्होंने संदेह जताया कि बाकी आरोपी कारोबार समेटकर विदेश भाग गए हैं। जब तक पीड़ित हमारे पास आए, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस मामले में कई निवेशकों के पूरे जीवन की बचत दांव पर है। 

रक्षाकर्मी का भी हुआ नुकसान

हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले एक रक्षाकर्मी धर्मेंद्र सिंह ने अक्टूबर 2018 और मार्च, 2019 के बीच 25 लाख रुपये का निवेश किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक सहयोगी की सलाह पर अपनी पूरी बचत का निवेश कर दिया। मुझे नहीं पता कि मुझे मेरे पैसे कभी वापस मिलेंगे या नहीं।

 

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