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Hindi News पैसा बिज़नेस रियल एस्टेट में अगले छह महीने होगी शानदार ग्रोथ, कंपनियां और वित्तीय संस्थानों का बढ़ा भरोसा

रियल एस्टेट में अगले छह महीने होगी शानदार ग्रोथ, कंपनियां और वित्तीय संस्थानों का बढ़ा भरोसा

त्योहारों के दौरान अपेक्षित अच्छी डिमांड के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ बनी रहने की उम्मीद है जिससे अगले छह महीनों के दौरान क्षेत्र को गति मिलने की उम्मीद है।

नारेडको ने शुक्रवार को ‘2023 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट धारणा सूचकांक’ रिपोर्ट जारी की। - India TV Paisa Image Source : REUTERS नारेडको ने शुक्रवार को ‘2023 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट धारणा सूचकांक’ रिपोर्ट जारी की।

रियल एस्टेट सेक्टर  (real estate sector) में अगले छह महीने की ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर उम्मीदें कुछ बढ़ी हैं। जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियां और वित्तीय संस्थानों का इस सेक्टर को लेकर भरोसा बढ़ा है।  भाषा की खबर के मुताबिक, नाइट फ्रैंक- नारेडको धारणा सूचकांक के मुताबिक, उनकी इस धारणा का कारण त्योहारों के दौरान मांग बढ़ना और देश की आर्थिक वृद्धि है। नारेडको ने शुक्रवार को ‘2023 की तीसरी तिमाही में रियल एस्टेट धारणा सूचकांक’ रिपोर्ट जारी की।

वर्तमान और भविष्य की धारणाओं पर है रिपोर्ट

खबर के मुताबिक, यह रिपोर्ट रियल एस्टेट (real estate) कंपनियों और वित्तीय संस्थानों की इस सेक्टर को लेकर राय पर आधारित है। इसमें रियल एस्टेट क्षेत्र, आर्थिक माहौल और फंड की उपलब्धता को लेकर वर्तमान और भविष्य की धारणाओं को दिखाया गया है। रिपोर्ट में 50 का अंक एक तटस्थ दृष्टिकोण या यथास्थिति बताता है वहीं 50 से ऊपर का स्कोर पॉजिटिवी भावना को दर्शाता है और 50 से नीचे का अंक निगेटिव धारणा को दर्शाता है।

रियल एस्टेट को गति मिलने की उम्मीद

ज्वाइंट रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम एशिया में अचानक संघर्ष शुरू होने और तमाम देशों के बीच बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के चलते मौजूदा धारणा अंक जून, 2023 तिमाही के 63 से घटकर सितंबर तिमाही में 59 रह गया है। कंपनी ने कहा हालांकि भविष्य धारणा सूचकांक में 64 से 65 तक की मामूली बढ़ोतरी देखी गई। इसकी वजह त्योहारों के दौरान अपेक्षित अच्छी डिमांड के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ बनी रहने की उम्मीद है जिससे अगले छह महीनों के दौरान क्षेत्र को गति मिलने की उम्मीद है।

पूरी दुनिया में मौजूदा विपरीत परिस्थितियों के बढ़ते दबाव के बीच खुदरा महंगाई में नरमी और स्थिर ब्याज दर ने ‘रियल एस्टेट डेवलपर’ और वित्तीय संस्थानों (बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों आदि) को इस सेक्टर (real estate) को लेकर ज्यादा भरोसा मिला है।

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