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Hindi News पैसा बाजार अडानी ग्रुप के शेयर में आई गिरावट पर भारत सरकार ने तोड़ी चुप्पी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये दिया बयान

अडानी ग्रुप के शेयर में आई गिरावट पर भारत सरकार ने तोड़ी चुप्पी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये दिया बयान

Adani Group Share Fall: अडानी ग्रुप के शेयर जब से गिरने शुरु हुए हैं, तब से विपक्ष भारत सरकार पर लगातार हमलवार है। वह सरकार पर अडानी को बचाने का आरोप लगा रहा है। अब आखिर में भारत सरकार के तरफ से निर्मला सीतारमण ने बयान जारी किया है।

Adani group share fall indian government finance minister nirmala sitharaman gave statement know wha- India TV Paisa Image Source : INDIA TV अडानी ग्रुप की शेयर में आई गिरावट पर सरकार का बयान

Adani Group Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अडाणी समूह के शेयरों में आई भारी गिरावट को एक कंपनी तक केंद्रित मामला बताते हुए कहा है कि शेयर बाजार को स्थिर रखने के लिए सेबी और रिजर्व बैंक जैसे नियामकों को हमेशा चौकस रहना चाहिए। सीतारमण ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा है कि बैंक एवं बीमा कंपनियों ने किसी एक कंपनी में हद से अधिक निवेश नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि भारतीय बाजारों का नियामक बहुत अच्छी तरह प्रबंधन करते हैं। बैंक एवं बीमा कंपनियां खुद ही आगे आकर अडाणी समूह को लेकर अपनी स्थिति साफ कर रही हैं। इनका किसी भी एक कंपनी में अधिक पैसा नहीं लगा है। यह बात खुद वही सामने आकर कह रहे हैं।

बाजार में कभी-कभार छोटे-मोटे झटके लगते रहते हैं

एक मीडिया चैनल से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हां, बाजार में कभी-कभार छोटे-मोटे झटके लगते रहे हैं, लेकिन ये नियामक इस तरह के मुद्दों का ध्यान रखते हैं। मेरी स्पष्ट राय है कि हमारे नियामक इस मसले में लगे हुए हैं। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बीते 10 दिन में भारी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में शेयरों के भाव बढ़ाने के लिए गलत तरीके अपनाने के आरोप लगने के बाद इस समूह का बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर से अधिक गिर चुका है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी कंपनियां सभी कानूनों एवं खुलासा प्रावधानों का पालन करती हैं। 

यह कंपनी का है मामला

इस मामले में नियामकों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर सीतारमण ने कहा कि मेरी राय बस यही है कि नियामकों, चाहे वह आरबीआई हो या सेबी को समय पर काम करना चाहिए और बाजार को स्थिर रखने के लिए काम करना चाहिए। वित्त मंत्रालय में रहते हुए मेरा यही मत है कि नियामकों को हमेशा ही चौकस रहना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि अडाणी समूह के शेयरों में जारी गिरावट क्या सिर्फ एक समूह तक ही सीमित मामला है तो उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा ही लगता है। मुझे इस मामले का भारत में विदेशी पूंजी प्रवाह पर कोई असर पड़ता हुआ नहीं दिख रहा है। पिछले कुछ दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार आठ अरब डॉलर बढ़ गया है।

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