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Hindi News धर्म त्योहार Sankashti Chaturthi Upay: संकष्टी चतुर्थी के दिन करें श्री गणेश के इन मंत्रों का महाजाप, मिटेंगे हर विघ्न, अथाह धन-संपदा से भरेगी झोली

Sankashti Chaturthi Upay: संकष्टी चतुर्थी के दिन करें श्री गणेश के इन मंत्रों का महाजाप, मिटेंगे हर विघ्न, अथाह धन-संपदा से भरेगी झोली

28 फरवरी 2024 को बुधवार के दिन फाल्गुन माह की पहली संकष्टी चतुर्थी है। यदि आप जीवन में अपार सफलता और सुख-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो इस दिन भगवान गणेश के निमित्त कुछ विशेष उपाय आपको करना होगा। क्या हैं वो उपाय आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से।

Sankashti Chaturthi Upay- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Sankashti Chaturthi Upay

Sankashti Chaturthi Upay: 28 फरवरी 2024 को चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश के निम्मित व्रत रख रात को चंद्रोदय के समय व्रत का पारण किया जाता है। प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा का विधान है। बस फर्क केवल इतना है कि- कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी, जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है और बुधवार यानी कल कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। लिहाजा 28 फरवरी 2024 को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत के उपलक्ष्य में भगवान श्री गणेश की उपासना बड़ी ही फलदायी होगी। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली तिथि।

भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य को देने वाले हैं। इनकी उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है। कहते हैं कि- जो व्यक्ति संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। जैसा कि अभी हमने बताया- इस व्रत का पारण चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद किया जाता है। 28 फरवरी को रात चंद्रोदय 9 बजकर 14 मिनट पर होगा। इसके अलावा संकष्टी चतुर्थी के दिन शुभ फलों की प्राप्ति के लिए और जीवन में सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।

फाल्गुन संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये अचूक उपाय

  • अगर आप किसी अच्छी कंपनी में नौकरी की तलाश में हैं, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन स्नान आदि के बाद घी में बेसन भूनकर या किसी और से भुनवाकर, उसमें पिसी हुई शक्कर मिलाकर प्रसाद तैयार कर लें। फिर भगवान को नमस्कार करके उस प्रसाद का भोग लगाएं। साथ ही भोग लगाने के बाद भगवान श्री गणेश की मूर्ति की तीन बार परिक्रमा करें। अगर मूर्ति के आस-पास इतना स्पेस न हो तो श्री गणेश का ध्यान करते हुए अपने स्थान पर ही तीन परिक्रमा कर लें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से जल्द ही आपकी किसी अच्छी कंपनी में नौकरी की तलाश पूरी होगी।
  • अगर आपके दांपत्य जीवन में खुशियों की जगह परेशानियों ने ले ली है, तो अपने सुखी दांप्तय जीवन के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश का पूजन करके तिल से हवन करें। आप चाहें तो किसी योग्य पण्डित जी से हवन करा सकते हैं और अगर आपका इतना सामर्थ्य नहीं है तो आप स्वयं भी गाय के गोबर से बने कंडे पर सफेद तिलों की 108 आहुति देकर घर में छोटा-सा हवन कर सकते हैं। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से आपका दांपत्य जीवन हमेशा सुखी रहेगा।
  • अगर आपको किसी भी काम में मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल पा रही है तो अपने कामों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति जी के इस सफलता प्राप्ति मंत्र का जप करें। मंत्र है- गं गणपतये नमः । इस मंत्र का 11 बार जप करें और हर बार मंत्र बोलने के बाद भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें। इस प्रकार 11 बार मंत्र बोलते हुए, हर बार भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से आपको अपनी मेहनत का पूरा फल जरूर मिलेगा।
  • अगर आपके परिवार के किसी सदस्य की तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन 3 गोमती चक्र, 11 नागकेशर के जोड़े और 7 कौड़ियां एक सफेद रंग के कपड़े में बांधकर जिस व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब है उस व्यक्ति के सिर के ऊपर से 6 बार क्लॉक वाइज और एक बार एंटी क्लॉक वाइज वारकर श्री गणेश के मंदिर में चढ़ा दें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से व्यक्ति की स्वास्थ्य में जल्द ही सुधार आएगा।
  • अगर आपका कोई शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहा है और आपके कामों में अंडगा डाल रहा है, तो शत्रु से छुटकारा पाने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन बाजार से एक पान का पत्ता लेकर आएं और उस पान के पत्ते को अच्छे से साफ करके, उस पर हल्दी से सातिया, यानि स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर भगवान गणेश को अर्पित करें और अपने शत्रु का नाम लेते हुए, उससे छुटकारा पाने के लिए भगवान से प्रार्थना करें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से आपको जल्दी ही अपने शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा। 
  • अगर आपकी जिंदगी में सुख-शांति की जगह उलझने और परेशानियों ने ले ली है, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दुर्वा अर्पित करके गणेश गायत्री मंत्र का जाप करें। भगवान गणेश का गायत्री मंत्र इस प्रकार है- ‘एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से अपने जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। 
  • अगर आप प्यार, पैसा और शोहरत, ये तीनों चीजें अपनी जिंदगी में एक साथ पाना चाहते हैं, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश के इस मंत्र का जप करें। मंत्र आप नोट भी कर सकते हैं। मंत्र है- हस्तिपिशचिलिखे स्वाहा। भगवान गणेश के इस मंत्र का 51 बार जाप करें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से आपको प्यार, पैसा और शोहरत सब कुछ मिलेगा।
  • अगर आप अपने करियर में दिनों-दिन सफलता पाना चाहते हैं, तो उसके लिए संकष्टी चतुर्थी वाले दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर एक लोटा जल लें और उस जल में दुर्वा डालकर भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने रख दें। फिर विधि-पूर्वक भगवान की पूजा करें। पूजा के बाद उस पानी के लोटे को ढंककर वहीं भगवान श्री गणेश के सामने रखा रहने दें और शाम के समय जब चंद्रोदय हो, तो उस पानी से चंद्रमा को अर्घ्य दें और हाथ जोड़कर चंद्रदेव को नमस्कार करें। संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 58 मिनट पर है। संकष्टी चतुर्थी के दिन ये उपाय करने से आपको अपने करियर में दिनों-दिन सफलता मिलेगी।
  • अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारना चाहते हैं, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश पूजा के समय 5 गोमती चक्र लेकर, उन्हें हल्दी से पीला करके भगवान के चरणों में रख दें और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा के बाद उन गोमती चक्र को एक पीले रंग के कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में या अपने धन वाले स्थान पर रख दें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में जल्द ही सुधार आएगा।  
  • अगर आप अपने बिजेनस को एक ऊंचे मुकाम पर पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन इसमें आपको किसी का साथ नहीं मिल पा रहा है, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन घर के ईशान कोण की अच्छे से साफ-सफाई करके, वहां पर एक लकड़ी की चौकी या पाटा स्थापित करें। फिर एक कटोरी में चावल लेकर, उन चावलों की सहायता से लकड़ी की चौकी या पाटे पर गणेश जी की आकृति बनाएं। फिर उस आकृति की धूप-दीप आदि से विधि-पूर्वक पूजा करें और भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें। पूजा के बाद सारी चीजों को ऐसे ही रखा रहने दें। शाम होने पर चावलों को उठाकर अपने पास एक पोटली में बांधकर रख लें और अगले दिन उस पोटली को अपने ऑफिस की तिजोरी में रख दें। साथ ही बाकी की चीजों को पीपल के पेड़ की जड़ में चढ़ा दें। संकष्टी चतुर्थी के दिन ये उपाय करने से आप बिजनेस में एक ऊंचा मुकाम हासिल करेंगे।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

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