A
Hindi News विदेश अन्य देश अफ्रीका में पिटा चीन, 9 चीनी वर्कर्स की मौत, बंदूकधारियों के हमले का रूस से क्या है कनेक्शन?

अफ्रीका में पिटा चीन, 9 चीनी वर्कर्स की मौत, बंदूकधारियों के हमले का रूस से क्या है कनेक्शन?

विद्रोहियों की ओर से रूस के इस ग्रुप के जिम्मेदार होने का कोई सबूत नहीं दिया गया है। लेकिन अथॉरिटी की ओर से ये कहा गया है कि कुछ बंदूकधारी हमलावरों ने रविवार को खदान पर हमला कर दिया था। यहां चीनी वर्कर्स काम कर रहे थे। इन चीनियों को हमला करके मौत के घाट उतार दिया गया।

अफ्रीका में पिटा चीन, 9 चीनी वर्कर्स की मौत, बंदूकधारियों के हमले का रूस से क्या है कनेक्शन?- India TV Hindi Image Source : FILE अफ्रीका में पिटा चीन, 9 चीनी वर्कर्स की मौत, बंदूकधारियों के हमले का रूस से क्या है कनेक्शन?

Africa News: अफ्रीका में चीन के 9 वर्कर्स की हमले में मौत का मामला सामने आया है। इस खबर से चीन में हड़कंप है। जानकारी के अनुसार मध्य अफ्रीका में काम करने वाले चीनी मजदूरों को एक हमले में निशाना बनाया गया है। इस हमले में 9 चीनी वर्कर्स की मौत हो गई। इस मामले में संदिग्ध विद्रोहियों ने हमले में अपनी भूमिका होने से इनकार किया है। इसके लिए इस ग्रुप ने रूस के वैगनर ग्रुप को जिम्मेदार बताया है। 

हालांकि विद्रोहियों की ओर से रूस के इस ग्रुप के जिम्मेदार होने का कोई सबूत नहीं दिया गया है। लेकिन अथॉरिटी की ओर से ये कहा गया है कि  कुछ बंदूकधारी हमलावरों ने रविवार को खदान पर हमला कर दिया था। यहां चीनी वर्कर्स काम कर रहे थे। इन चीनियों को हमला करके मौत के घाट उतार दिया गया। 

चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने को कहा

इस मामले में बांबरी, ​हाबिल मैचीपत के मेयर की ओर से बताया गया है कि नौ शवों की गिनती की गई है। हमले में दो लोग घायल भी हो गए हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित चीनी वर्कर्स गोल्ड कोस्ट ग्रुप की ओर से संचालित एक माइन में काम करते थे। हमले के बाद चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे राजधानी बंगुई के बाहर न जाएं। 

चिम्बोलो सोने की खान पर हमला स्‍थानीय समयानुसार सुबह पांच बजे हुआ है। उसी समय बंदूकधारियों ने खान पर कब्‍जा कर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। इस खदान को कुछ ही समय पहले लॉन्‍च किया गया था। 

सेनाओं को निशाना बनाने वाला संगठन

कुछ ही दिन पहले देश की पश्चिमी बॉर्डर जो कैमरून से सटा है, वहां तीन चीनी नागरिकों का अपहरण कर लिया था। माना जा रहा है कि इसके पीछे कोऑलिएशन ऑफ पैट्रियॉट्स फॉर चेंज का हाथ हो सकता है। यह संगठन इस क्षेत्र में काफी सक्रिय है और अक्‍सर देश की सेनाओं पर हमले करता रहता है। कई विद्रोही समूहों का यह गठबंधन पूर्व राष्ट्रपति फ्रेंकोइस बोजीजके साथ है, जिन्हें साल 2013 में मुस्लिम दबदबे वाले संगठनों की तरफ से हटा दिया गया था।

Also Read:

Explainer: मॉस्को पहुंचे चीनी राष्ट्रपति, जिनपिंग-पुतिन की मुलाकात पर दुनिया की नजर, क्या रुकेगी रूस-यूक्रेन में जंग?

तालिबानी सरगना ने अफगानिस्तान में जारी किया ऐसा फरमान, जिसे पढ़कर आप भी हो जाएंगे हैरान

दोस्त जापान ने कह दी ऐसा बात, दुविधा में पड़ गया भारत, पीएम मोदी से हुई जापानी पीएम किशिदा फुमियो

Latest World News