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Hindi News विदेश एशिया पाकिस्तान: बाजवा के समर्थन से ब्रिगेडियर और डॉक्टर को मौत की सजा, लेफ्टिनेंट जनरल को कैद

पाकिस्तान: बाजवा के समर्थन से ब्रिगेडियर और डॉक्टर को मौत की सजा, लेफ्टिनेंट जनरल को कैद

पाकिस्तान सेना के थ्री स्टार वाले एक रिटायर्ड जनरल को जासूसी के आरोपों में 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है।

General Bajwa of Pakistan endorses death sentence for retired brigadier, a civilian for 'espionage, - India TV Hindi General Bajwa of Pakistan endorses death sentence for retired brigadier, a civilian for 'espionage, leaking information' | Facebook

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सेना के थ्री स्टार वाले एक रिटायर्ड जनरल को जासूसी के आरोपों में 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा एक रिटायर्ड ब्रिगेडियर को मौत की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान की सैन्य अदालतों ने गुरुवार को इन सभी सजाओं की घोषणा की। सेना की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान जारी करके बताया कि एक संवेदनशील संगठन से जुड़े एक डॉक्टर को भी जासूसी के ही आरोपों में मौत की सजा सुनाई गई है।

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रखकर विदेशी एजेंसियों को संवेदनशील सूचनाएं देने/जासूसी के आरोप में इन अधिकारियों को दी गई सजा का समर्थन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ISPR द्वारा इन अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जावेद इकबाल, ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) राजा रिजवान और डॉक्टर वसीम अकरम के रूप में की गई है। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) इकबाल को 14 वर्ष के कठोर कारावास, जबकि ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) रिजवान को मौत की सजा सुनाई गई है।

ISPR द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर अकरम एक संवेदनशील संगठन में कार्यरत थे और उन्हें भी मौत की सजा दी गई है। ISPR ने एक वीडियो संदेश भी जारी किया जिसमें मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दोनों सैन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी और कोर्ट मार्शल की पुष्टि की। गफूर ने यह भी कहा था कि जासूसी के ये दोनों मामले एक-दूसरे से अलग है और ये किसी गिरोह के द्वारा नहीं किए गए थे। आपको बता दें कि पाकिस्तान की सेना आमतौर पर ऐसे मामलों की जानकारी नहीं देती है।

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