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नवाज शरीफ ने मोदी की मदद से इमरान के फोन का डेटा हासिल किया? पाक मंत्री का दावा

'यह संभव है कि शरीफ ने इमरान खान की सारी गुप्त जानकारी इजरायली स्पाइवेयर के जरिए प्राप्त की और इस काम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी मदद की।'

नवाज शरीफ ने मोदी की मदद से इमरान के फोन का डेटा हासिल किया? पाक मंत्री का दावा- India TV Hindi Image Source : FILE नवाज शरीफ ने मोदी की मदद से इमरान के फोन का डेटा हासिल किया? पाक मंत्री का दावा

नई दिल्ली: पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फारुख हबीब ने अपने राजनीतिक विरोधियों के प्राइवेट डेटा को गुप्त रूप से हासिल करने में पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की भूमिका के पर संदेह जताते हुए कहा, 'यह संभव है कि शरीफ ने इमरान खान की सारी गुप्त जानकारी इजरायली स्पाइवेयर के जरिए प्राप्त की और इस काम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी मदद की।आपको बता दें कि इजरायली स्पाईवेयर 'पेगासस' के जरिए दुनिया के नेताओं और अन्य व्यक्तियों के फोन टैपिंग के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रविवार को हुए खुलासों के बाद हड़कंप मचा हुआ है। 

अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार  दुनिया भर के पत्रकारों, सरकारी अधिकारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के स्मार्टफोन से डाटा को इजरायली कंपनी के स्पाइवेयर का उपयोग कर गुप्त तौर पर इकट्ठा किया जा रहा है। भारत की ओर से जो नंबरों की लिस्ट थी उसमें एक बार प्रधान मंत्री इमरान खान द्वारा इस्तेमाल किया गया कम से कम एक नंबर भी शामिल था। 

फैसलाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री फारुख हबीब ने कहा कि उस वक्त इमरान एक प्रमुख विपक्षी नेता थे (2018 के आम चुनावों से पहले) और नवाज शरीफ के खिलाफ "पनामा लीक" मामले और चुनाव पूर्व धांधली में शामिल होने के लिए आक्रामक अभियान चला रहे थे। इसलिए पीएमएल-एन नेता नवाज शरीफ ने इमरान की जासूसी करने और इजरायली सॉफ्टवेयर के माध्यम से उनकी गुप्त सूचनाएं पाने के लिए भारत के साथ अपने संबंधों का उपयोग करते हुए पूरी प्लानिंग की होगी।

उन्होंने कहा कि एक देश जो पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों का दुश्मन था, और 'कल्पना कीजिए कि पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम अपने विरोधियों के फोन टैप करने के लिए उस देश से मदद मांग रहे थे।'

उन्होंने कहा, "जब मोदी अपने विरोधियों की निजता पर हमला कर रहे थे, और उनके व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच प्राप्त कर रहे थे तो यह तय है कि नवाज शरीफ ने भी मोदी की सहायता से इमरान खान का फोन डेटा प्राप्त किया था," उन्होंने कहा, इस मामले पर अभी और जानकारी सामने आनी बाकी है। 

राज्य मंत्री ने इमरान खान की  निगरानी पर भी आश्चर्य व्यक्त किया, जो उस समय प्रधानमंत्री नहीं थे। मंत्री ने कहा कि नवाज शरीफ की कथित संलिप्तता अब स्पष्ट हो रही है और हम उनसे जवाब मांगेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह पीएमएल-एन सुप्रीमो का अपने विरोधियों के फोन टैप करने का इतिहास है। मंत्री ने कहा "उन्होंने अतीत में न्यायाधीशों, राजनेताओं, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और अपने राजनीतिक विरोधियों के साथ भी ऐसा ही किया है।"

मंत्री ने आरोप लगाया कि  विरोधियों के व्हाट्सएप डेटा तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल था, लेकिन नवाज शरीफ ने उस जानकारी को भी हासिल करने के लिए मोदी से मदद मांगी। हबीब ने कहा कि मोदी पाकिस्तान में नवाज शरीफ के परिवार में एक शादी समारोह में भी रुके थे। मंत्री ने कहा, "ये लिंक उनके बीच मजबूत संबंध का संकेत देते हैं।"

पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि शरीफ की बेटी वर्तमान में कश्मीर में एक अभियान का नेतृत्व कर रही है, लेकिन उन्होंने एक बार भी मोदी या आरएसएस और कब्जे वाले कश्मीर के लोगों के उत्पीड़न का उल्लेख नहीं किया था।

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