A
Hindi News विदेश एशिया इस बढ़ी मुसीबत से जूझ रहा पाकिस्तान, 1100 से ज्यादा लोगों की मौत, संकट में चीन से शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति अल्वी को भेजा ये खास मैसेज

इस बढ़ी मुसीबत से जूझ रहा पाकिस्तान, 1100 से ज्यादा लोगों की मौत, संकट में चीन से शी जिनपिंग ने राष्ट्रपति अल्वी को भेजा ये खास मैसेज

Pakistan Floods: शी जिनपिंग ने कहा कि चीन और पाकिस्तान व्यापक सामरिक सहयोग साझेदार हैं और कंधे से कंधा मिलाकर प्राकृतिक आपदाओं की बड़ी चुनौतियों का सामना करते हैं। चीन पाकिस्तान को आपात सहायता देगा।

Xi Jinping Message to Pakistan- India TV Hindi Image Source : AP Xi Jinping Message to Pakistan

Highlights

  • पाकिस्तान में बाढ़ से बेकाबू हालात
  • शी जिनपिंग ने भेजा संवेदना संदेश
  • राष्ट्रपति आरिफ अल्की को दिया आश्वासन

Pakistan Floods: पाकिस्तान इस वक्त बाढ़ के कारण बुरे हालात से गुजर रहा है। यहां 1100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस बीच 29 अगस्त को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को संवेदना संदेश भेजा है। अपने संदेश में उन्होंने जोर दिया कि हाल में पाकिस्तान में गंभीर बाढ़ आई है, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। वे चीन सरकार, चीनी लोगों और अपनी ओर से पीड़ितों के प्रति गहरा शोक प्रकट करना चाहते हैं और पीड़ित परिवारों और घायलों को सद्भावना देना चाहते हैं।

शी जिनपिंग ने कहा कि चीन और पाकिस्तान व्यापक सामरिक सहयोग साझेदार हैं और कंधे से कंधा मिलाकर प्राकृतिक आपदाओं की बड़ी चुनौतियों का सामना करते हैं। चीन पाकिस्तान को आपात सहायता देगा। विश्वास है कि पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तानी लोगों के प्रयासों से पाकिस्तान अवश्य ही बाढ़ की चुनौती को पराजित करेगा और पुन:निर्माण पूरा करेगा। उसी दिन चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी सद्भावना संदेश भेजा है।

नोडल आपदा एजेंसी का गठन हुआ

पाकिस्तान सरकार ने मॉनसून की बारिश के कारण देश में आई विनाशकारी बाढ़ से निपटने के लिए एक नोडल आपदा एजेंसी का गठन किया है। बाढ़ के चलते देश में करीब 3.3 करोड़ लोग विस्थापित हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से देशभर में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर सोमवार को 1,136 हो गई, जबकि 1,634 व्यक्ति घायल हुए हैं और 3.3 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसान इकबाल ने मंगलवार को कहा कि बाढ़ से तबाह हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए देश को 10 अरब डॉलर से अधिक की आवश्यकता होगी, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग तीन प्रतिशत है।

शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय बाढ़ प्रतिक्रिया एवं समन्वय केंद्र का गठन किया, जिसमें आपदा से निपटने के लिए संघीय मंत्री, सशस्त्र बलों के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री और विशेषज्ञ शामिल होंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘केंद्र आपदा प्रबंधन अधिकारियों, दानदाताओं और सरकारी संस्थानों के बीच एक सेतु का काम करेगा। यह नवीनतम जानकारी एकत्र करेगा और उसका विश्लेषण करेगा और इसे संबंधित सरकारी एजेंसियों को मुहैया कराएगा। यह बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण सहित बचाव एवं राहत कार्यों की भी देखरेख करेगा।’

इस्लामाबाद और जिनेवा  एफआरपीकी शुरुआत

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब पाकिस्तान सरकार और संयुक्त राष्ट्र द्वारा संयुक्त रूप से मंगलवार को ‘2022 पाकिस्तान बाढ़ प्रतिक्रिया योजना (एफआरपी)’ की इस्लामाबाद और जिनेवा में एक साथ शुरुआत की जा रही है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य भाषण देंगे, इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस का एक वीडियो संदेश जारी किया जाएगा। कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों के साथ-साथ आपदा राहत के क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न मानवीय संगठन भी शामिल होंगे।

इस बीच कनाडा ने पाकिस्तान को 50 लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है, जबकि चीन सरकार ने पाकिस्तान सरकार को 10 करोड़ युआन देने का वादा किया है। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स ने सोमवार को हार्दिक संवेदना व्यक्त की। पाकिस्तान के राष्ट्रपति को भेजे एक संदेश में, प्रिंस चार्ल्स ने कहा, ‘मैं और मेरी पत्नी पाकिस्तान में हाल में आई बाढ़ से हुई तबाही से बहुत दुखी हैं। सभी बाढ़ पीड़ितों और उनके प्रियजनों और उन लाखों लोगों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने संपत्ति और अपनी आजीविका खो दी है।’ 

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में नदियों में भारी जल प्रवाह से सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तटबंधों के टूटने का खतरा उत्पन्न हो गया है। डॉन अखबार के अनुसार, सिंध प्रांत में मूसलाधार बारिश जारी है, कई एकड़ खेत की उपजाऊ मिट्टी बह गई है, जिससे 1.6 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है।

Latest World News