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आलू-टमाटर के दाम पर इमरान खान ने दिया ऐसा बयान कि सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक!

इमरान खान ने कहा था कि उन्होंने आलू और टमाटर की कीमतों को जानने या नियंत्रित करने के लिए राजनीति में प्रवेश नहीं किया है। फ्राइडे टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि उनकी टिप्पणी से संकेत मिलता है कि वह लोगों के मुद्दों के प्रति उदासीन हैं।

Imran Khan- India TV Hindi Image Source : PTI Imran Khan

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं और नागरिकों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि खान ने कहा था कि उन्होंने आलू और टमाटर की कीमतों को जानने या नियंत्रित करने के लिए राजनीति में प्रवेश नहीं किया है। फ्राइडे टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि उनकी टिप्पणी से संकेत मिलता है कि वह लोगों के मुद्दों के प्रति उदासीन हैं।

विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पीएमएल-एन ट्विटर हैंडल पर एक आधिकारिक बयान में कहा कि इमरान खान मुख्य खाद्य पदार्थों की कीमतें तय करने के लिए प्रधानमंत्री नहीं बने हैं, बल्कि वे तो 'देश और लोगों को बर्बाद' करने के लिए पीएम बने हैं और उनका काम पूरा हो गया है। फिर तो यह उनके लिए 'घर जाने' का समय है। यह देखते हुए कि जब से इमरान खान पद पर हैं, अमेरिकी डॉलर की कीमत स्थानीय मुद्रा के मुकाबले 125 रुपये से बढ़कर 180 रुपये हो गई है, शरीफ ने कहा, "आपने इस अर्थव्यवस्था को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया है।"

शाहबाज ने कहा, "आप कश्मीर के पतन को देखने और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की परियोजनाओं को रोकने के लिए वास्तव में राजनीति में शामिल हुए थे। आप वैश्विक भ्रष्टाचार सूचकांक में पाकिस्तान की रैंकिंग बढ़ाने आए, आप विनाश के लिए आए, आप पाकिस्तान के दोस्तों को नाराज करने आए और आप पाकिस्तान की आर्थिक संप्रभुता को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को सौंपने के लिए आए हैं।"

इस महीने के अंत में होने वाले अविश्वास प्रस्ताव के लिए विपक्ष द्वारा अपना समर्थन मजबूत करने के बाद शरीफ की ओर से पीएम खान को यह लताड़ लगाई जा रही है। शाहबाज ने निष्कर्ष निकाला, "इमरान साहब, आपका काम हो गया, अब घर जाओ और देश को राहत की सांस लेने दो।"

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता शेरी रहमान ने कहा, "हम हमेशा सही थे। उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि आम आदमी/महिला क्या सामना करते हैं, लेकिन इससे भी बदतर, उन्हें लगता है कि यह उनकी समस्या या फर्ज नहीं है।"

(इनपुट- एजेंसी)

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