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भारत की दोस्ती का इम्तिहान ले रहे पुतिन! रूस से सीधा पाकिस्तान पहुंचा तेल का जहाज

भारत के दुश्मन के साथ रूस दोस्ती दिखाने लगा है। भारत के परंपरागत दोस्त रूस ने दोस्ती को दांव पर रखकर पाकिस्तान को भी कार्गो शिप भेज दिया है। रूस की पाकिस्तान के साथ बढ़ती दोस्ती भारत के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है।

भारत की दोस्ती का इम्तिहान ले रहे पुतिन! रूस से सीधा पाकिस्तान पहुंचा तेल का जहाज - India TV Hindi Image Source : FILE भारत की दोस्ती का इम्तिहान ले रहे पुतिन! रूस से सीधा पाकिस्तान पहुंचा तेल का जहाज

Russia-Pakistan: रूस यूक्रेन की जंग के बीच रूस सस्ती दरों पर कच्चा तेल बेच रहा है। भारत और चीन इसके सबसे बड़े खरीदार हैं। अमेरिका के ऐतराज के बावजूद भारत धड़ल्ले से रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है। दूसरी ओर कंगाल पाकिस्तान में पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छूने लगे। वहीं अमेरिका के दबाव के कारण भी पाकिस्तान कच्चा तेल ले पाने में कामयाब नहीं हो पा रहा था। लेकिन अब रूस ने पाकिस्तान को भी तेल का कार्गो शिप भेज दिया है।

भारत के दुश्मन के साथ रूस दोस्ती दिखाने लगा है। भारत के परंपरागत दोस्त रूस ने दोस्ती को दांव पर रखकर पाकिस्तान को भी कार्गो शिप भेज दिया है। रूस की पाकिस्तान के साथ बढ़ती दोस्ती भारत के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। रूस और पाकिस्तान के बीच चंद दिनों पहले ही व्यापार को बढ़ाने के लिए एक द्विपक्षीय समझौता हुआ था।

पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पहुंचा कंटेनरों से भरा रूसी ​शिप

अमेरिका ने जंग के बाद से ही रूस पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। इसलिए रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका और यूरोपीय देश ऐतराज जताते हैं। लेकिन अब रूस पाकिस्तान को भी कच्चा तेल बेच रहा है। एक रूसी कंटेनर जहाज क्रिस्टल सेंट पीटर्सबर्ग सिर्फ 21 दिनों में पहली बार पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पहुंचा है। इसे पाकिस्तान और रूस के बीच सीधे शिपिंग लिंक की शुरुआत माना जा रहा है। यह शिप 2000 ट्रांसशिपमेंट कंटेनरों से भरा हुआ था। इसके जरिए रूसी माल को पाकिस्तानी बाजार और पाकिस्तानी माल को रूसी बाजार तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

पाकिस्तान चीनी मुद्रा युआन में करेगा भुगतान

हालांकि  रूस ने तेल जरूर पाकिस्तान भेज दिया है, लेकिन पाकिस्तान को उसकी मुद्रा में नहीं बल्कि चीनी मुद्रा युआन में पेमेंट करना होगा। इस समय भारत और चीन रूस से ऊर्जा के सबसे बड़े खरीदार हैं। एशिया को भेजे जाने वाले रूसी कोयले के निर्यात का दो तिहाई हिस्सा सिर्फ यही दोनों देश खरीदते हैं। यही कारण है कि पाकिस्तानी हुक्मरान तेजी से रूस के साथ अपने द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को सुधार रहे हैं। 

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