A
Hindi News विदेश एशिया ब्रह्मांड की उत्पत्ति का अब खुलने वाला है रहस्यम राज, ब्यौरा जुटाने चांद पर रवाना हुआ जापान का ये एक्सरे रॉकेट

ब्रह्मांड की उत्पत्ति का अब खुलने वाला है रहस्यम राज, ब्यौरा जुटाने चांद पर रवाना हुआ जापान का ये एक्सरे रॉकेट

अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और क्रांति की उम्मीद बढ़ गई है। भारत के ताबड़तोड़ चांद और सूर्य मिशन के बाद अब जापान ने अपना ब्रह्मांड मिशन लांच किया है। जापान का एक्सरे रॉकेट दूरबीन के साथ ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाने चांद पर रवाना हो चुका है। भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संघठन ने जापान को इसके लिए बधाई दी है।

ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाने चांद पर रवाना हुआ जापान का एक्सरे रॉकेट।- India TV Hindi Image Source : AP ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाने चांद पर रवाना हुआ जापान का एक्सरे रॉकेट।

चंद्रमा, मंगल, शुक्र और सूर्य के साथ अब ब्रह्मांड के रहस्यों को भी खोजने का सिलसिला शुरू हो चुका है। ब्रह्मांड की उत्पत्ति आखिरकार कैसे हुई, यह पूरी दुनिया के लिए अब तक रहस्यमय बना हुआ है। मगर अब वैज्ञानिक जल्द ही ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य से भी पर्दा उठाने के करीब पहुंचने वाले हैं। इसके लिए जापान ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन ले जाने वाला रॉकेट प्रक्षेपित किया, जो ब्रह्मांड की उत्पति का पता लगाएगा। यह रॉकेट चांद की सतह पर उतरेगा। जापान द्वारा प्रक्षेपित रॉकेट में दूरबीन के साथ-साथ चांद की सतह पर उतारने के लिए एक छोटा लैंडर भी भेजा गया है।

दक्षिण-पश्चिमी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से ‘एचआईआई-ए’ रॉकेट के प्रक्षेपण का जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) ने सीधा प्रसारण किया। रॉकेट के प्रक्षेपण और प्रशांत क्षेत्र पर उड़ान भरने के बाद जेएएक्सए के प्रवक्ता ने कहा, ''हमने रॉकेट प्रक्षेपित कर दिया।'' प्रक्षेपण के 13 मिनट बाद रॉकेट ने एक्स-रे इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी मिशन या एक्सआरआईएसएम नाम के एक उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया, जो गति मापेगा और आकाशगंगाओं के बीच की संरचना का पता लगाएगा।

ब्रह्मांड की उत्पत्ति का खुलेगा राज

जेएएक्सए ने कहा कि इससे प्राप्त होने वाली जानकारी से यह जानने में मदद मिलेगी कि आकाशीय पिंड कैसे बनते हैं और उम्मीद है कि हम उस राज पर से भी पर्दा उठा सकेंगे कि कैसे ब्रह्मांड की उत्पति हुई। नासा के सहयोग से जेएएक्सए विभिन्न तरंग दैर्ध्य पर प्रकाश की शक्ति, अंतरिक्ष में चीजों के तापमान और उनके आकार व चमक का पता लगाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार नये जापानी रॉकेट में 'स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून' अथवा स्लिम भी भेजा गया है। इसे चंद्रमा पर उतरने वाला एक हल्का लैंडर भी कह सकते हैं। स्मार्ट लैंडर को संभवतः अगले साल की शुरुआत में चांद की सतह पर उतारने का प्रयास किया जाएगा। (एपी)

यह भी पढ़ें

भारत में है IMF और World Bank को नया कलेवर देने की क्षमता, अमेरिका ने G20 के अध्यक्ष पर जताया भरोसा

6.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से थर्राया चिली, नुकसान का जुटाया जा रहा ब्यौरा

Latest World News