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Hindi News भारत राष्ट्रीय ‘ग्लोबल जिहाद’ बयान के पीछे आईएसआई? जानें, कश्मीर पर क्या बोला था अल-कायदा

‘ग्लोबल जिहाद’ बयान के पीछे आईएसआई? जानें, कश्मीर पर क्या बोला था अल-कायदा

अमेरिका से बाहर निकलने के बाद देश पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तालिबान को बधाई देते हुए अल-कायदा ने कश्मीर पर भी बयान दिया था।

Kashmir, Kashmir Pakistan, Al Qaeda Kashmir Pakistan, Al Qaeda Kashmir ISI Pakistan- India TV Hindi Image Source : AP REPRESENTATIONAL खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि वैश्विक जिहाद पर अल कायदा का बयान आईएसआई के इशारे पर दिया गया था।

नई दिल्ली: खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि वैश्विक जिहाद पर अल कायदा का हालिया बयान जिसमें कश्मीर भी शामिल है, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर दिया गया था। 30-31 अगस्त की मध्यरात्रि में अमेरिकी सेना के अंतिम दल के अफगानिस्तान छोड़ने के एक दिन बाद अल कायदा ने एक बयान जारी किया था जिसमें उसने कश्मीर सहित सारी ‘इस्लामिक जमीन को आजाद कराने के लिए’ एक ग्लोबल जिहाद का आह्वान किया था।

‘कश्मीर समेत बाकी इस्लामी जमीन को आजाद करो’
अमेरिका से बाहर निकलने के बाद देश पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तालिबान को बधाई देते हुए अल-कायदा ने कहा था, ‘इस्लाम के दुश्मनों के चंगुल से लेवेंट, सोमालिया, यमन, कश्मीर और बाकी इस्लामी जमीन को आजाद करो। अल्लाह! दुनिया भर के मुस्लिम कैदियों को आजादी दें।’ सूत्रों ने कहा कि कश्मीर को इस बयान में शामिल करना काफी खतरनाक है, क्योंकि यह अतीत में तालिबान के एजेंडे में कभी नहीं रहा है। सूत्रों ने कहा कि इससे पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे आतंकी संगठनों का मनोबल बढ़ेगा।

‘आतंकियों के पास अमेरिकी हथियार का होना चिंताजनक’
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी अल कायदा के बयान का विश्लेषण कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस तथ्य के बावजूद कि भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर हाई अलर्ट पर हैं और जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, इन आतंकवादियों के पास कब्जा किए गए अमेरिकी हथियार भी हैं और इसी चीज ने चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है। सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सभी हितधारकों के साथ स्थिति पर चर्चा की है।

‘आतंकियों को कश्मीर भेजने की कोशिशें हुईं तेज’
अधिकारी ने कहा कि इस बात के संकेत मिले हैं कि लश्कर और जैश जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के तुरंत बाद अपने आतंकियों को जम्मू-कश्मीर भेजने की कोशिश तेज कर दी है। उनके अनुसार, पाकिस्तान में सीमा के पास लॉन्च पैड पर गतिविधि तेज हो गई है, जो घुसपैठ की योजना में वृद्धि का संकेत देता है। इस साल फरवरी में सीजफायर की घोषणा के बाद आतंकी इन लॉन्च पैड्स से चले गए थे लेकिन ताजा इनपुट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार 300 से अधिक आतंकवादियों ने फिर से इन शिविरों पर कब्जा कर लिया है। (IANS)

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