उदयपुर हत्याकांड मामले में गुरुवार देर रात 2 और शख्स गिरफ्तार किए गए थे, जिन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया।
कन्हैयालाल की लाइव हत्या करने का मकसद एक समुदाय में दहशत फैलाना और अपने मजहब का हीरो बनना था।
उदयपुर हत्याकांड में दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद के रूप में हुई है।
इमरान खान की पार्टी PTI के नेताओं ने हाल ही में उनके जीवन को खतरा होने की आशंका जतायी थी।
Jammu Kashmir: पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पहले मुठभेड़ स्थल के आसपास फंसे हुए नागरिकों को निकाल लिया था।
Al-Qaeda on Prophet Mohammad: चिट्ठी में साफ तौर पर लिखा है, भगवा आतंकवादियों को अब दिल्ली, मुंबई, यूपी और गुजरात में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए।
तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलायीं और जवाबी कार्रवाई में 2 आतंकवादी मारे गए।
प्रोफेसर अल्ताफ हुसैन पंडित, सरकारी शिक्षक मोहम्मद मकबूल हाजम और जम्मू-कश्मीर पुलिस के पुलिसकर्मी गुलाम रसूल को बर्खास्त किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों ने इलाके में मौजूद आम नागरिकों को बचाने और उन्हें सुरक्षित हटाने के लिए अधिकतम संयम बरता।
इस आतंकी गुट में पंजाब-हरियाणा के स्थानीय गैंगस्टर और अपराधियों को भी शामिल किए जाने की कोशिश चल रही है जिसमें ड्रग्स के जरिए होने वाली कमाई का लालच देकर उन्हें शामिल करने की साजिश की जा रही है।
पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा ने उनके जरिए महाराष्ट्र के नांदेड़ में मार्च महीने में जो आरडीएक्स की बड़ी खेप भेजी थी, उसके जरिए मुंबई की लोकल ट्रेनों और पैसेंजर ट्रेनों में सीरियल ब्लास्ट करने की साजिश रची गई थी।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि कांतरू का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है।
सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन यह पता नहीं चल सका है कि इसमें कितने आतंकवादी हताहत हुए।
बाल कृष्ण को श्रीनगर के आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाल कृष्ण के 3 गोलियां लगी हैं और उनकी हालत नाजुक है। बीते साल अक्टूबर से लेकर अब तक ये दूसरी बार हुआ है, जब किसी कश्मीरी पंडित पर आतंकियों ने हमला किया हो।
आतंकियों के साथ इस मुठभेड़ के दौरान हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है। आतंकियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
शाम करीब सात बजकर 35 मिनट पर आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के चेक छोटीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के जवान मुख्तार अहमद पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। मुख्तार उस समय अपने घर पर ही थे।
नरेंद्र मोदी अधिकारियों की चेतावनी के बाद भी नहीं रुके, घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल जाकर मरीजों से भी मिले।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की तरफ से गोलीबारी होती देख सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
बाबू राम एक बार लाल चौक में नागरिकों को सुरक्षित रूप से निकालते समय आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गये थे लेकिन स्वस्थ होने के बाद फिर सेवा में आ गये थे।
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