A
Hindi News भारत राष्ट्रीय विदेशी वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं राहुल गांधी, रवि शंकर प्रसाद का आरोप

विदेशी वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं राहुल गांधी, रवि शंकर प्रसाद का आरोप

केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेशी फार्मा कंपनियों द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि बतौर पार्ट टाइम राजनीतिज्ञ फेल होने के बाद अब राहुल गांधी फुल टाइम लॉबिंग करने लगे हैं।

Rahul Gandhi is lobbying for foreign Coronavirus Vaccine, alleges Ravi Shankar Prasad- India TV Hindi Image Source : PTI रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी विदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं।

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेशी फार्मा कंपनियों द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि बतौर पार्ट टाइम राजनीतिज्ञ फेल होने के बाद अब राहुल गांधी फुल टाइम लॉबिंग करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने लड़ाकू विमान बनाने वाली विदेशी कंपनियों के लिए लॉबिंग की है। राहुल गांधी पर निसाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा "महामारी से लड़ना कोई ट्रिक गेम नहीं है और इसके लिए वैक्सिनेशन के अलावा टेस्टिंग, ट्रेसिंग और उपचार की आवश्यकता होती है, लेकिन राहुल गांधी की समस्या ये है कि वे यह सबकुछ नहीं जानते"

बता दें कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाई जाए और टीके निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने आठ अप्रैल की तिथि वाले इस पत्र में यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से सही तरीके से क्रियान्वयन न किए जाने और उसमें लापरवाही के कारण टीकाकरण का प्रयास कमजोर पड़ता दिख रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि टीके के आपूर्तिकर्ताओं को जरूरी संसाधन मुहैया कराए जाएं ताकि टीके तैयार करने की क्षमता में इजाफा हो सके।

कांग्रेस नेता ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण की नयी लहर आने और टीकाकरण की गति कथित तौर पर धीमी होने का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि अगर मौजूदा गति से टीकाकरण चलता रहा तो देश की 75 फीसदी आबादी को टीका लगाने में कई साल लग जाएंगे। उन्होंने यह आग्रह किया, ‘‘टीके के निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाए। नियमों और दिशानिर्देशों के अनुसार दूसरे टीकों को त्वरित अनुमति दी जाए। जिन्हें भी टीके की जरूरत है उनके लिए टीकाकरण की व्यवस्था की जाए। टीकाकरण के लिए तय राशि 35000 करोड़ रुपये में बढ़ोतरी की जाए।’’

उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाई जाए तथा इस मुश्किल समय में गरीब तबकों को सीधी आर्थिक मदद दी जाए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पत्र में कहा, ‘‘हमारे टीकाकरण अभियान को, अब टीके के प्रमाणपत्र पर किसी व्यक्ति की तस्वीर से आगे, अधिकतम टीकाकरण की दिशा में बढ़ाना होगा।’’

ये भी पढ़ें

Latest India News