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Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ World AIDS Day: कम उम्र के युवा है सबसे ज्यादा ग्रसित, आप वाकई जानते है एड्स क्या है?

World AIDS Day: कम उम्र के युवा है सबसे ज्यादा ग्रसित, आप वाकई जानते है एड्स क्या है?

एड्स दुनिया में किसी महामारी से कम नहीं है। भारत के साथ वैश्वि देशों में भी यह तेजी से फैल रहा है। इसलिए लोगों को महामारी से बचाने और जागरुक करने के लिए 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे के रुप में मनाया जाता है। जानिए इसके बारें में सब कुछ...

Image Source : ptiAIDS

युवा से सबसे ज्यादा ग्रसित
हाल में ही इसको लेकर चौकाने वाले तथ्य सामने आएं। इसके अनुसार दुनिया में एचआईवी से पीड़ित होने वाले सबसे अधिक संख्या युवाओं री है। जो कि 20 लाक के ऊपर है। यूनिसेफ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार साल 2000 से अब तक एड्स से होने वाले मामलों में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है।

एड्स से पीड़ित दस लाख से अधिक किशोर सिर्फ छह देशों में रह रहे हैं और भारत उनमें एक है। शेष पांच देश दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया, केन्या, मोजांबिक और तंजानिया हैं। सबसे दुखद स्थिति महिलाओं के लिए होती है। उन्हें इसकी जद में आने के बाद सामाजिक त्रसदी और घर से निष्कासन का दंश झेलना पड़ता है।

एक अनुमान के मुताबिक, 1981 से 2007 में बीच करीब 25 लाख लोगों की मौत एचआइवी संक्रमण की वजह से हुई। 2016 में एड्स से करीब 10 लाख लोगों की मौत हुई। यह आंकड़ा 2005 में हुई मौत के से लगभग आधा है। साल 2016 में एचआइवी ग्रस्त 3.67 करोड़ लोगों में से 1.95 करोड़ इसका उपचार ले रहे हैं।

एआरटी रोकती है एचआईवी का प्रभाव
एंटीरेट्रोवायरल थैरेपी से एचआईवी को शरीर में बढ़ने से रोका जा सकता है। ऐसा करके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को लंबे समय तक कायम रखा जा सकता है। इससे शरीर को संक्रमण का खतरा भी कम होता है। अगर एचआईवी से संक्रमित साथी एआरटी थैरेपी ले रहा है, तो उसे साथी को भी यौन संबंधों के द्वारा संक्रमण होने का खतरा काफी कम हो जाता है।

HIV से बढ़ता है टीबी का खतरा
साल 2012 में HIV संक्रमित करीब तीन लाख 32 हजार लोगों की मौत टीबी से हुई। यह उस वर्ष दुनिया में एचआईवी से होने वाली कुल मौतों का बीस प्रतिशत था।

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