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Hindi News पैसा बिज़नेस अगस्‍त में 5.5 लाख किसानों को मिलेगा बोनस, बनास डेयरी हर किसान के खाते में जमा करेगी 2.25 लाख रुपये

अगस्‍त में 5.5 लाख किसानों को मिलेगा बोनस, बनास डेयरी हर किसान के खाते में जमा करेगी 2.25 लाख रुपये

वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान बनास डेयरी का राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर लगभग 13,000 करोड़ रुपये रहा है। दुग्ध और गैन-दुग्ध व्यवसाय जैसे खाद्य तेल, शहद ने वृद्धि में योगदान दिया है।

Banas Dairy to pay Rs 1,132 crore bonus to 5 lakh dairy farmers- India TV Paisa Image Source : PTI Banas Dairy to pay Rs 1,132 crore bonus to 5 lakh dairy farmers

नई दिल्‍ली। बनासकांठा जिला सहकारी दुग्‍ध संघ (बनास डेयरी) के चेयरमैन शंकरभाई चौधरी ने बुधवार को अपने 5 लाख से अधिक पशु पालक किसानों को 1128 करोड़ रुपये का बोनस देने की घोषणा की है। इस बोनस का भुगतान अगले महीने अगस्‍त में किया जाएगा। देश में यह किसी भी सहकारी डेयरी द्वारा घोषित अबतक का सबसे बड़ा बोनस है। इस बोनस भुगतान के तहत प्रत्‍येक किसान के खाते में लगभग 225,600 रुपये सीधे जमा कराए जाएंगे। महामारी के बावजूद बनास डेयरी ने बोनस देने की घोषणा की है।

बनास डेयरी अपनी दुग्‍ध समितियों को 125 करोड़ रुपये के डिबेंचर्स का भुगतान करेगी और उत्‍तर गुजरात में बनासकांठा जिले के 5.5 लाख दुग्‍ध उत्‍पादक किसानों को 1007 करोड़ रुपये का प्रत्‍यक्ष भुगतान किया जाएगा। वित्‍त वर्ष 2019-20 में बनास डेयरी ने 1144 करोड़ रुपये के बोनस का भुगतान किया था।  

बनास डेयरी ने मूल्‍यवर्धित और गैर-दुग्‍ध उत्‍पादों की बिक्री से अतिरिक्‍त राजस्‍व अर्जित किया है। इन उत्‍पादों की बिक्री से अर्जित लाभ को सहकारी समिति के सदस्‍यों के बीच हर साल के अंत में मूल्‍य अंतर के रूप में वितरित किया जाता है।

समिति की 53वीं वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए बनास डेयरी के चेयरमैन शंकरभाई चौधरी ने कहा कि कोविड-19 महामारी में भी हमनें अपने दुग्‍ध और गैर-दुग्‍ध व्‍यवसाय में सकारात्‍मक वृद्धि दर्ज की है। हर साल की तरह, इस साल भी हम 14.18 प्रतिशत के मूल्‍य अंतर की घोषणा कर रहे है, जो 1132 करोड़ रुपये बनता है। पूरी धनराशि का भुगतान दुग्‍ध उत्‍पादों के सीधे बैंक खातों में किया जाएगा।

वित्‍त वर्ष 2020-21 के दौरान बनास डेयरी का राजस्‍व 11 प्रतिशत बढ़कर लगभग 13,000 करोड़ रुपये रहा है। दुग्‍ध और गैन-दुग्‍ध व्‍यवसाय जैसे खाद्य तेल, शहद ने वृद्धि में योगदान दिया है। चौधरी ने बताया कि हमनें लागत अनुकूल उपायों को अपनाया है और लागत कम करने के लिए अपने खर्चों में कमी की है। उन्‍होंने कहा कि बनास डेयरी अपनी कुल आय का 82.28 प्रतिशत हिस्‍सा दुग्‍ध उत्‍पादकों को देती है।

सबसे ज्‍यादा विकसित डेयरी उत्‍पादक देश भी बनास डेयरी के बराबर अपने किसानों को भुगतान नहीं करते हैं। अर्जेंटीना अपने किसानों को 22 रुपये लीटर, ब्राजील 31 रुपये लीटर, न्‍यूजीलैंड और अमेरिका 30 रुपये लीटर का भुगतान करते हैं, जबकि बनास डेयरी अपने दुग्‍ध उत्‍पादकों को 41.30 रुपये प्रति लीटर की दर से भुगतान करती है। बनास डेयरी के पास स्‍थापित प्रंस्‍करण क्षमता 58 लाख लीटर प्रति दिन की है। वित्‍त वर्ष 2001-02 में बनास डेयरी का राजस्‍व 373 करोड़ रुपये था, जो 2020-21 में बढ़कर 12,983 करोड़ रुपये हो गया है।

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