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Hindi News वायरल न्‍यूज एक साथ 900 लोग मारे गए, अंधविश्वास के चलते हुआ सबसे बड़ा नरसंहार

एक साथ 900 लोग मारे गए, अंधविश्वास के चलते हुआ सबसे बड़ा नरसंहार

1978 में जोंसटाउन नाम के जगह पर 900 लोगों की एक साथ मार दिया गया। ये सबकुछ सिर्फ एक धर्मगुरू के चक्कर में हुआ। 900 लोगों ने अंधविश्वास के चक्कर में अपनी जान गंवा दी।

900 लोगों के शव एक ही जगह पर पड़े हुए मिले।- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA 900 लोगों के शव एक ही जगह पर पड़े हुए मिले।

अंधविश्वास के चक्कर में लोग अपना सबकुछ गंवा देते हैं। यहां तक कि वे अपने परिवार वालों की बली भी चढ़ा देते हैं। अंधविश्वास में लोग इतने अंधे हो जाते हैं कि उनका दिमाग कोई और नियंत्रित कर रहा होता है। अंधविश्वास को लेकर आपने भी कई घटनाओं के बारे में सुना होगा लेकिन इस घटना के बारे में जब आप जानेंगे तो आपका दिल दहल उठेगा। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि अंधविश्वास के चक्कर में 900 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई हो। मरने वाले 900 लोगों में से 300 सिर्फ बच्चे थे। ये घटना बिल्कुल सत्य है। 

धर्मगुरू के झांसे में आकर 900 लोगों की हुई मौत

दरअसल, ये घटना साउथ अमेरिका के गुयाना में हुई थी। जब एक धर्मगुरू के झांसे में आकर 900 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। इस घटना को अमेरिका के इतिहास का सबसे दर्दनाक और भयावह घटना माना जाता है। इस घटना के पीछे जिम जोंस नाम के धर्मगुरू का हाथ था। जिम जोंस खुद को भगवान मानता था। पहले उसने कुछ जरूरतमंद लोगों की मदद की जिससे लोग उसके अनुयायी बनते चले गए और वह जो कुछ भी कहता वे मानते गए। कुछ समय बाद 1956 में उसने एक चर्च बनवाया जहां वह अपने अनुयायियों को उपदेश देता और अपनी धार्मिक बातों से उन्हें अंधविश्वास के जाल में फंसाते जाता था। 

Image Source : Social Mediaजिम जोंस जिसने 900 लोगों को एक साथ मौत की नींद सुला दी।

जंगल में 900 लोगों को ले जाया गया

जिम जोंस अपने अनुयायियों को लेकर एक जंगल में चला गया। जहां उसने एक नया शहर बसाने का फैसला किया और उस शहर का नाम जोन्स टाउन रखा गया। उसके अनुयायी उस पर आंख बंद कर के भरोसा करते थे। वे उसका कहा हुआ ही मानते थे। अनुयायियों को जिम जोंस के अंदर उनका भगवान दिखता था। लेकिन धीरे-धीरे समय जैसे बीतते गया लोगों को उसके ढोंग के बारे में पता चलते गया। उसकी असलियत जब सामने आई को उसके अनुयायी उसका विरोध करने लगे। जिम जोंस को ये बात इतनी नागवार गुजरी कि वह अपने अनुयायियों के साथ गुलाम की तरह पेश आने लगा। वह उनसे पूरा दिन जानवरों की तरह काम करवाता था और रात में उन्हें सोने भी नहीं देता था। रात में जिम जोंस के सिपाही सभी के घरों में जाकर ये चेक करते थे कि कोई सोया तो नहीं है और अगर जो सोया हुआ पाया जाता था तो उसे सजा दी जाती थी।

900 लोगों को ऐसे मारा गया

कुछ समय बाद अमेरिका की सरकार को इस बात की खबर हो गई कि जिम जोंस अपने अनुयायियों को जानवरों की तरह बांधकर रखता है। इसके बाद सरकार उस पर कार्रवाई करने की योजना बनाने लगी। तभी जिम जोंस को ये पता चल गया कि अमेरिकी सरकार उसके इरादों पर पानी फेरना चाहती है। इसके बाद उसने एक टब में ड्रिंक बनवाया और उसमें खतरनाक जहर मिला दिया। फिर वह जहरीली ड्रिंक उसने सभी को पीला दिया। जहर से 900 लोगों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।    

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