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Hindi News हेल्थ सावधान! इन वजहों से हो सकती है महिलाओं और पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां?

सावधान! इन वजहों से हो सकती है महिलाओं और पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां?

अपनी लाइफस्टाइल में आप कुछ हल्के फुल्के बदलाव करके इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्या को कुछ हद तक रोक सकते हैं।

infertility - India TV Hindi Image Source : FREEPIK infertility

आजकल के बदलते समय में बड़ी संख्या में लोग इनफर्टिलिटी की गंभीर समस्या से गुज़र रहे हैं। इनफर्टिलिटी की वजह से लोग बच्चे नहीं पैदा कर रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार इस समस्या की सबसे बड़ी वजह जो सामने आई है वो चौंकाने वाली है। दरअसल आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी और खराब खानपान की वजह से लोग इनफर्टिलिटी की परेशानी का सामना कर रहे हैं। एक्सपर्ट की मानें तो शुरुआत से ही अगर आप कुछ बुरी आदतों पर कंट्रोल कर लें तो,  लंबे समय तक आप अपनी फर्टिलिटी को बेहतर बना सकते हैं। आपको बता दें इनफर्टिलिटी के लिए सिर्फ महिला ज़िम्मेदार नहीं होती है बल्कि बांझपन के लिए पुरुष और महिला दोनों का समान योगदान होता है। हालांकि, इनफर्टिलिटी के ज्यादातर मामले आनुवंशिक होते हैं, जिसे रोका नहीं जा सकता है। लेकिन हम अपनी लाइफस्टाइल में कुछ हल्के फुल्के बदलाव करके इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्या को कुछ हद तक रोक सकते हैं।

धूम्रपान और शराब को कहें अलविदा

धूम्रपान और शराब पीने जैसी आदतें सिर्फ सेहत के लिहाज़ से ही खराब नहीं होतीं बल्कि यह आपकी प्रजनन क्षमता पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं। ज़्यादा धूम्रपान से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कमी आने लगती है साथ ही शुक्राणुओं की गति सुस्त हो जाती है। धूम्रपान पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को भी कम करता है, जिससे नपुंसकता होती है। वहीं दूसरी ओर स्मोकिंग और अल्कोहल के सेवन से महिलाओं में गर्भपात की समस्या बढ़ती है।

एक्स्ट्रा फिजिकल एक्टिविटी

बच्चे पैदा करने के लिए आपका फिट होना है ज़रूरी है। फिजिकल एक्सरसाइज़ किसी भी व्यक्ति की प्रजनन क्षमता को बढ़ाकर मजबूत करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं हद से ज़्यादा एक्स्ट्रा फिजिकल एक्टिविटी आपके प्रजनन क्षमता पर असर डालती है। बहुत ज़्यादा व्यायाम महिलाओं में मासिक धर्म की समस्या पैदा कर सकता है और पुरुषों के अंडकोष के आसपास की गर्मी को बढ़ा सकता है, जिससे शुक्राणु प्रोडक्शन पर बुरा असर पड़ता है।

स्ट्रेस लेना और नींद की कमी 

ज़्यादा अत्यधिक तनाव ओव्यूलेशन और स्पर्म प्रोडक्शन में बाधा डाल सकता है, जिससे कपल्स को गर्भधारण करने में मुश्किल होती है। नींद की कमी से बांझपन का खतरा बढ़ सकता है। ध्यान, योग, गहरी सांस लेना और अन्य तकनीकों को अपनाकर तनाव को कम करने में मदद हो सकती है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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