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Hindi News भारत राष्ट्रीय SCO Summit: आज आमने-सामने होंगे बिलावल भुट्टो और एस जयशंकर, 12 साल बाद PAK विदेश मंत्री का भारत दौरा

SCO Summit: आज आमने-सामने होंगे बिलावल भुट्टो और एस जयशंकर, 12 साल बाद PAK विदेश मंत्री का भारत दौरा

कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान को भी ये बात अब समझ में आ गई है कि जब तक पाकिस्तान सीमापार से दहशतगर्दी बंद नहीं करेगा तब तक भारत के सामने उसकी दाल गलनेवाली नहीं है। ऐसे में बिलावल किस एजेंडे के साथ भारत आ रहे हैं, इस पर लोगों की निगाहें टिकी है।

bilawal bhutto s jaishankar- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गोवा SCO समिट में पहुंच रहे हैं बिलावट भुट्टो

पणजी: आज से गोवा में SCO देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है जिसमें चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के अलावा सबसे ज्यादा चर्चा पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की है। 12 साल बाद कोई पाकिस्तानी विदेश मंत्री भारत आ रहा है वो भी ऐसे वक्त में जब रिश्ते सबसे ज्यादा खराब है। भारत ने पाकिस्तान को साफ साफ कह दिया है कि जब तक सरहद पार से दहशतगर्दी बंद नहीं होगी। पाक के साथ कोई बात नहीं होगी लेकिन पाकिस्तान वही पुराना कश्नीर राग अलाप रहा है कि कश्मीर में शांति के बिना दक्षिण एशिया में शांति मुमकीन नहीं है। अब देखना है गोवा में बिलावल क्या नया गुल खिलाते हैं।

बिलावल भुट्टो से जयशंकर नहीं करेंगे बात!
बीच के लिए मशहूर गोवा विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार है। एससीओ के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन के लिए मेहमान पहुंच रहे हैं। इन्हीं मेहमानों में एक हैं पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी...वो भी आज इस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए हिंदुस्तान की सरजमीन पर आ रहे हैं। बिलावल हिंदुस्तान तो आ रहे हैं लेकिन उन्हें हिंदुस्तान से रिटर्न में कोई गिफ्ट नहीं मिलने वाला है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस का मैसेज बिल्कुल साफ है। जब तक पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद खत्म करने की गारंटी नहीं देता तब तक भारत, पाकिस्तान से कोई बात नहीं करेगा। शायद यही वजह है कि गोवा की बैठक में रूस और चीन के विदेश मंत्रियों से तो एस जयशंकर मिलेंगे लेकिन बिलावल भुट्टो को मिलने का टाइम नहीं दिया है।

इतिहास गवाह है भारत ने जब-जब पड़ोसी पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है पाक ने उसके बदले में पीठ में छुरा ही घोंपा है। फिर वो चाहे 1999 में वाजपेयी की लाहौर बस यात्रा हो या फिर 2001 में परवेज मुशर्रफ के साथ आगरा समिट। हर बार पाकिस्तान का आतंकी चरित्र ही नजर आया है। आज भी 1993 मुंबई धमाके का गुनहगार दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान की पनाह में है और ये तो सारी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान 26/11 मुंबई के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर सिर्फ एक्शन का नाटक ही करता आया है।

कश्नीर पर पाकिस्तान का वही पुराना राग
कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान को भी ये बात अब समझ में आ गई है कि जब तक पाकिस्तान सीमापार से दहशतगर्दी बंद नहीं करेगा तब तक भारत के सामने उसकी दाल गलनेवाली नहीं है। ऐसे में बिलावल किस एजेंडे के साथ भारत आ रहे हैं, इस पर लोगों की निगाहें टिकी है क्योंकि बिलावल भुट्टो ने जब से विदेश मंत्रालय संभाला है हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कश्नीर का ही राग छेड़ा है।

चीनी विदेश मंत्री किन गैंग से मिलेंगे जयशंकर
गोवा में बिलावल के बाद सबसे ज्यादा चर्चा जिस बैठक की है वो है- चीनी विदेश मंत्री किन गैंग के साथ विदेशमंत्री एस जयशंकर की वन टू वन बैठक क्योंकि चीन बार-बार कमांडो लेवल की बातचीत में गलवान, डोकलाम और पैंगॉन्ग में अपनी हद में रहने की बात तो करता है लेकिन हर बार वो पलट जाता है। आंकड़ों के मुताबिक चीन हर साल 341 बार भारत में घुसपैठ की साजिश करता है ऐसी उम्मीद है कि जयशंकर किन गैंग से इस मसले पर दो टूक बात करेंगे।

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इस बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी पहुंच रहे हैं। समरकंद SCO समिट में व्लादिमीर पुतिन से पीएम मोदी ने कहा था ये युग युद्ध का नहीं है जिसकी दुनियाभर में तारीफ हुई थी लेकिन युद्ध अब भी जारी है और इसकी तबाही दुनिया की एक बड़ी आबादी झेल रही है। गोवा की बैठक में भारत एक बार फिर रूस के सामने मोदी के संदेश को दोहराने की कोशिश करेगा।

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