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Hindi News मध्य-प्रदेश भोपाल में सीधी जैसा कांड! दलित कोटवार के मुंह पर किया पेशाब; घटना राजनीति से जुड़े लोगों की ओर करती है इशारा

भोपाल में सीधी जैसा कांड! दलित कोटवार के मुंह पर किया पेशाब; घटना राजनीति से जुड़े लोगों की ओर करती है इशारा

सीधी कांड के 3 महीने बाद ऐसी ही एक घटना सामने आई है और इस बार राज्य की राजधानी भोपाल से, जहां लोगों के एक समूह ने कोटवार की पिटाई की और उस पर पेशाब किया।

पुलिस- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO पुलिस

मध्य प्रदेश के सीधी जिले में जुलाई में भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने के अमानवीय कृत्य ने देशव्यापी विवाद खड़ा कर दिया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित (दशमत रावत) के पैर भी धोए थे। 3 महीने बाद ऐसी ही एक घटना सामने आई है और इस बार राज्य की राजधानी भोपाल से, जहां लोगों के एक समूह ने कोटवार की पिटाई की और उस पर पेशाब किया। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक अस्पताल में पाया।

बीजपी विधायक से जुड़ा है आरोपी
भोपाल की घटना का मुख्य आरोपी शेरू मीणा कथित तौर पर भाजपा विधायक रामेश्‍वर शर्मा से जुड़ा हुआ है, जबकि पीड़ित कोटवार दलित समुदाय से है। पिछली घटना सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर एक ग्रामीण इलाके से सामने आई थी, मगर ताजा घटना राज्य की राजधानी से सामने आई है, जो अपने आप में चुनावी राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती है।

रामस्वरूप अहिरवार ने सुनाई आपबीती
पीड़ित 39 वर्षीय रामस्वरूप अहिरवार ने सुखी सेवनिया पुलिस स्टेशन में दर्ज अपनी FIR में आरोप लगाया कि लोगों के एक समूह ने उसका अपहरण कर लिया और उसे तब तक पीटा, जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया, इससे पहले एक व्‍यक्ति ने उसके बदन पर पेशाब कर दिया। एफआईआर के अनुसार, अहिरवार ने कहा कि उसे पटवारी अरुण मुद्ल का फोन आया, उन्होंने बताया कि कोई सरकारी जमीन पर तार की बाड़ लगा रहा है जिसकी उसे जांच करनी चाहिए।

एफआईआर में कहा गया है, “पटवारी से निर्देश मिलने पर मैं मौके पर पहुंचा और पाया कि उसी गांव का निवासी मस्तान मीणा नाम का एक व्यक्ति कुछ मजदूरों की मदद से तार की बाड़ लगा रहा था। जब मैंने उन्हें ऐसा करने से रोका, तो उन्होंने शेरू मीणा को बुलाया, जो तीन अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचा और मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया।" इसी बीच शेरू मीणा और उसके साथियों ने अहिरवार के साथ मारपीट शुरू कर दी। अहिरवार ने आरोप लगाया कि उसके बाद शेरू ने जबरदस्ती उसका हाथ रस्सी से बांध दिया, उसे अपनी कार में डाला और एक अलग स्थान पर ले गया। पीड़ित ने कहा, “उन्होंने मुझे वहां भी पीटा और जब मैं बेहोश होने लगा तो शेरू ने मेरे ऊपर पेशाब कर दिया। उसके बाद वे मुझे संजीव नगर में शेरू मीणा के घर ले गए, वहां भी मेरी पिटाई की और मुझे एक कमरे में बंद कर दिया, जहां मैं लगभग 2-3 घंटे तक बेहोश रहा।”

5 आरोपी अरेस्ट, शेरू मीणा फरार
बाद में कुछ लोग अहिरवार को हमीदिया अस्पताल ले गए और उसके बाद एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी और एससी-एसटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि मुख्य आरोपी शेरू मीणा अभी भी फरार है।

कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोपी को बचाने का आरोप
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा पर मुख्य आरोपी को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है और आरोप लगाया है कि वह विधायक रामेश्वर शर्मा से जुड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी के.के. मिश्रा ने कहा, ''मुख्य आरोपी शेरू मीणा को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, जिससे सवाल उठता है कि क्या भाजपा उसे बचाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वह विधायक रामेश्‍वर शर्मा से जुड़ा हुआ है। हर बार ऐसी घटनाओं के लिए भाजपा कार्यकर्ता ही जिम्मेदार क्यों होते हैं?'' वहीं, हुज़ूर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक और मुख्‍यमंत्री शिवराज के करीबी माने जाने वाले रामेश्‍वर शर्मा ने बताया,''रामस्वरूप (पीड़ित) और आरोपी शेरू मीणा दोनों मेरे समर्थक हैं और वे अच्छे दोस्त रहे हैं। न तो मुझे घटना की जानकारी है और न ही मैं किसी को बचा रहा हूं।''

(इनपुट- IANS)

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