Hindi News पैसा बिज़नेस अरहर के दाम 100 रुपए के पार, कम उत्पादन और दलहन निर्यात बढ़ने से बढ़े दाम

अरहर के दाम 100 रुपए के पार, कम उत्पादन और दलहन निर्यात बढ़ने से बढ़े दाम

देश के कुछ हिस्सों में अरहर दाल के भाव 100 रुपए के पार पहुंच गए हैं। हालांकि पूरे देश में भाव 100 रुपए के ऊपर नहीं है।

Arhar pulses cost cross Rs 100 per Kilogram due to low production and pulses export- India TV Paisa Arhar pulses cost cross Rs 100 per Kilogram due to low production and pulses export

नई दिल्ली। अरहर दाल की कीमतों पर एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है। देश के कुछ हिस्सों में अरहर दाल के भाव 100 रुपए के पार पहुंच गए हैं। हालांकि पूरे देश में भाव 100 रुपए के ऊपर नहीं है। उपभोक्‍ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, 10 जून को गोवा के पणजी में अरहर का भाव 100 रुपए प्रतिकिलो था, जबकि एर्नाकुलम में 104, इंफाल में 110 रुपए प्रति किलो था। वहीं राजधानी दिल्ली में 96 रुपए प्रति किलो था। जबकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अरहर दाल का भाव 86 रुपए प्रति किलो था। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 92 रुपए, कोलकाता में 95 रुपए व चेन्नई में 90 रुपए प्रति किलो था। 

इस साल सिर्फ 35 लाख टन हुआ उत्पादन

देश में इस साल अरहर के उत्पादन में कमी आई है जिस वजह से बाजार में पिछले साल के मुकाबले इस साल इसकी सप्लाई सीमित है, उत्पादन की बात करें तो कृषि मंत्रालय के मुताबिक फसल वर्ष 2018-19 के दौरान देश में 35 लाख टन अरहर का उत्पादन हुआ है जबकि फसल वर्ष 2017-18 के दौरान 42.5 लाख टन का उत्पादन हुआ था। 

दलहन निर्यात में 60 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी

आपको बता दें कि मार्च में खत्म हुए वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश में दलहन निर्यात में लगभग 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान देश से कुल 2.86 लाख टन दलहन का निर्यात हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2017-18 में 1.79 लाख टन का निर्यात हुआ था। खरीफ मार्केटिंग वर्ष 2018-19 के लिए केंद्र सरकार ने अरहर के समर्थन मूल्य में भी बढ़ोतरी की है जिसका असर भी इसकी कीमतों पर आ रहा है। केंद्र सरकार ने खरीफ मार्केटिंग वर्ष 2018-19 के लिए अरहर का समर्थन मूल्य 5675 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया हुआ है जबकि 2017-18 के लिए यह 5450 रुपए प्रति क्विंटल था। 

इस साल फसल वर्ष (2017-18) अरहर का समर्थन मूल्य 5675 रुपए था जबकि पिछले साल (2017-18) में 5450 रुपए प्रति कुंतल था। बता दें कि इस साल अरहर का उत्पादन 35 लाख टन हुआ है जबकि पिछले साल अरहर का उत्पादन 42.5 लाख टन हुआ था। गौरतलब है कि इस साल प्री-मॉनसून की बारिश करीब 22 फीसदी कम हुई है और देर से हुई है। इसकी वजह से बुवाई भी थोड़ी लेट हो गई है। जिससे आगे भी पैदावार कम हो सकती है और महंगाई ऊंचाई पर ही रहने की उम्मीद है। 

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