महीने-दर-महीने आधार पर, शाकाहारी और मांसाहारी दोनों थालियों में कमी देखी गई, जिससे लागत में क्रमशः 4% और 3% की गिरावट आई। टमाटर, जो शाकाहारी थाली की लागत का लगभग 14% हिस्सा बनाते हैं, ने साल-दर-साल 51% की कीमत में गिरावट का अनुभव किया।
बांग्लादेश की तर्ज पर पाकिस्तान में भी व्यापक हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो चुका है। कभी महंगाई को लेकर तो कभी बिजली बिलों और करों में बढ़ोत्तरी को लेकर लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं। इस बार महंगी बिजली और बढ़े कर के खिलाफ लोग आंदोलन कर रहे हैं।
अगस्त महीने में खाद्य वस्तुओं के दाम के आंकड़ों से पता चलता है कि अनाज, दाल और खाद्य तेल की कीमतों में व्यापक स्तर पर नरमी आई है। सब्जियों में आलू के दाम लगातार ऊंचे बने हुए हैं जबकि प्याज तथा टमाटर के दाम में कमी आई है।
फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा है कि वह फेड द्वारा अपनी प्रमुख ब्याज दर में कटौती शुरू करने से पहले मुद्रास्फीति में कमी के अतिरिक्त सबूत तलाश रहे हैं। जुलाई में डेयरी और फलों और सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई।
जुलाई में होलसेल प्राइस इंडेक्स में दर्ज की गई गिरावट इस महीने के खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों के अनुरूप रही। इस हफ्ते की शुरुआत में जारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति 5 साल के निचले स्तर 3.54 प्रतिशत पर आ गई।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। गवर्नर ने महंगाई पर कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून में तेजी से खाद्य महंगाई में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
भारत में महंगाई दर अभी भी उच्चस्तर पर है। जून में खुदरा महंगाई दर चार महीनों के उच्च स्तर 5.08 प्रतिशत पर थी। जब तक खुदरा महंगाई दर नीचे नहीं आती है तब तक रेपो रेट में कटौती की कोई संभावना नहीं है।
पाकिस्तान कर्ज के लिए पूरी दुनिया में घूमता है। IMF से भी आस लगाए रहता है कि कुछ मिल जाए। जनता महंगाई से परेशान है लेकिन इस हाल में भी कंगाल पाकिस्तान ने अपना रक्षा बजट बढ़ाया है।
आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों की महंगाई दर जून में 38.76 प्रतिशत रही, जो मई में 32.42 प्रतिशत थी। दालों की महंगाई दर जून में 21.64 प्रतिशत रही।
Inflation in US : महंगाई के ताजा आंकड़े से फेडरल रिजर्व इस बात से सहमत हो सकता है कि मुद्रास्फीति दो प्रतिशत के लक्ष्य के अनुरूप आ रही है।
शाकाहारी थाली की कीमत जून में 10 प्रतिशत बढ़कर 29.4 रुपये प्रति थाली हो गई, जो जून 2023 में 26.7 रुपये थी।शाकाहारी थाली में रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर तथा आलू), चावल, दाल, दही और सलाद शामिल है।
डॉयचे बैंक के विश्लेषकों ने मूल (कोर) मुद्रास्फीति को 0.20 प्रतिशत बढ़ाकर 3.8 प्रतिशत कर दिया है। शीर्ष तीन टेलीकॉम कंपनियों- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने टैरिफ (शुल्क दर) में 20 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी को लागू कर दिया है।
एक शख्स ने एक वीडियो बनाते हुए उसने एक सोसाइटी के 4BHK और 6BHK फ्लैट की कीमत बताई। इन फ्लैट्स की कीमत जानने के बाद आम आदमी को जोर का झटका लगेगा।
मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों के निर्माण, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति पिछले महीने 1.26 प्रतिशत थी।
Retail inflation in May : मई महीने में खाद्य महंगाई दर अप्रैल की 8.75 फीसदी से घटकर 8.62 फीसदी पर आ गई। हालांकि, यह मई 2023 में दर्ज हुई 3.3 फीसदी से अधिक है।
रबी की फसल के रकबे में भारी कमी के कारण प्याज की कम आवक और पश्चिम बंगाल में फसल खराब होने से आलू की आवक कम होने से इन सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई।
Veggies Prices : ओवरऑल खुदरा महंगाई अप्रैल में 11 महीने के निचले स्तर 4.8 फीसदी पर आ गई। लेकिन सब्जियों और दालों के भाव लगातार ऊपर बने हुए हैं।
सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति दर का आंकड़ा जारी कर दिया है, जो पिछले 9 महीने के न्यूनतम स्तर पर है। मार्च में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर 4.85 प्रतिशत रही है, जो पिछले साल जून के 4.81 प्रतिशत के बाद सबसे कम है।
आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार संबंध बहाल करना चाहता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार ने इसे लेकर संकेत दिए हैं। हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी से ए मतभेदों को दरकिनार करने का आग्रह किया था।
संपादक की पसंद