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Hindi News विदेश एशिया विदेश मंत्री एस जयशंकर 2 दिनों के दौरे पर पहुंचे नेपाल, जानें किन वजहों से टेंशन में आया चीन

विदेश मंत्री एस जयशंकर 2 दिनों के दौरे पर पहुंचे नेपाल, जानें किन वजहों से टेंशन में आया चीन

विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत और नेपाल के संबंधों को मजबूती देने के लिए 2 दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को काठमांडू पहुंच गए हैं। यहां वह अपने समकक्ष सउद से मुलाकात करने के साथ प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और नेपाली राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से भी मिलेंगे। भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठता बढ़ते देख चीन चिंता में पड़ गया।

एस जशंकर, भारत विदेश मंत्री का नेपाल में हुआ स्वागत। - India TV Hindi Image Source : AP एस जशंकर, भारत विदेश मंत्री का नेपाल में हुआ स्वागत।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर 2 दिनों के नेपाल दौरे पर काठमांडू पहुंच गए हैं। उन्होने कहा कि वह नेपाल वापस आकर खुश हैं और देश में अपने कार्यक्रमों को लेकर आशान्वित हैं। जयशंकर नेपाल के विदेश मंत्री के साथ सातवें नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता के लिए बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को होने वाली इस बैठक के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों की समग्र स्थिति की समीक्षा करेंगे। वर्ष 2024 में जयशंकर की यह पहली विदेश यात्रा है। जयशंकर, नेपाल के अपने समकक्ष एन. पी. सउद के साथ भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। इसके साथ ही भारत और नेपाल के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं। इस वजह से पड़ोसी देश चीन तनाव में आ गया है।
 
नेपाली विदेश मंत्री सउद ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जयशंकर का गर्मजोशी से स्वागत किया। नेपाल की विदेश सचिव सेवा लम्साल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हवाई अड्डे पर जयशंकर का स्वागत किया। जयशंकर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''2024 के अपने पहले दौरे के लिए नेपाल वापस आकर खुश हूं। अगले दो दिन में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं।'' भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की स्थापना 1987 में हुई थी और यह दोनों पक्षों को द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए मंच प्रदान करता है। 

भारत ने नेपाल को बताया अहम भागीदार

विदेश मंत्री ने नयी दिल्ली में कहा, ''नेपाल भारत की 'पड़ोस प्रथम' नीति के तहत उसका महत्वपूर्ण भागीदार है। यह दौरा दो करीबी और मैत्रीपूर्ण पड़ोसियों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है।'' नेपाल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अमृत बहादुर राय के अनुसार, ''संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान, नेपाल-भारत संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की जाएगी।'' राय ने यात्रा से पहले 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''यह द्विपक्षीय बैठक मुख्य रूप से आने वाले दिनों में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने और उनके बीच बेहतर होती साझेदारी के माध्यम से दोनों देशों के लिए अधिकतम लाभ उठाने पर केंद्रित होगी। 

नेपाल के पीएम प्रचंड और राष्ट्रपति से भी जयशंकर करेंगे मुलाकात

'' विदेश मंत्रालय ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जयशंकर का नेपाल के वरिष्ठ नेताओं से मिलने का भी कार्यक्रम है। जयशंकर और उनके प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के सम्मान में सउद रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे। जयशंकर शुक्रवार को कीर्तिपुर में त्रिभुवन यूनिवर्सिटी लाइब्रेरी का भी उद्घाटन करेंगे और भारत लौटने से पहले काठमांडू में भूकंप के बाद भारतीय सहायता से किए जा रहे अन्य निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे। दिसंबर 2022 में प्रचंड के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद जयशंकर का यह पहला आधिकारिक नेपाल दौरा होगा। (भाषा) 

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