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Hindi News विदेश एशिया किम जोंग ने फिर दागी परमाणु हथियारों से लैस ये मिसाइल, दक्षिण कोरिया से जापान और अमेरिका तक मची खलबली

किम जोंग ने फिर दागी परमाणु हथियारों से लैस ये मिसाइल, दक्षिण कोरिया से जापान और अमेरिका तक मची खलबली

उत्तर कोरिया ने जनवरी में पनडुब्बी से छोड़े जाने वाली एक नयी क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था जिसे उसके नेता किम जोंग उन ने परमाणु सशस्त्र नौसेना बनाने के उनके लक्ष्यों की ओर एक सार्थक कदम बताया था। किम अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान से बढ़ते खतरे का दावा करते हुए परमाणु सशस्त्र नौसेना बनाने में जुटे हैं।

उत्तर कोरिया ने किया परमाणु मिसाइल का परीक्षण। - India TV Hindi Image Source : PTI उत्तर कोरिया ने किया परमाणु मिसाइल का परीक्षण।

सियोलः  उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक और बड़े हथियारों से लैस क्रूज मिसाइल का परीक्षण करके दक्षिण कोरिया से जापान और अमेरिका तक खलबली मचा दी है। किम जोंग अपने सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दे चुके हैं। लिहाजा उत्तर कोरिया की सेना लगातार बड़े हथियारों का परीक्षण कर रही है। इस बार जिस मिसाइल का परीक्षण किया गया है, वह परमाणु हथियारों से लैस है। उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने नए प्रकार की विमान रोधी मिसाइल के साथ ही ऐसी क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया है जो नए ‘‘बड़े’’ हथियारों से लैस है।

उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया में शनिवार को यह रिपोर्ट तब आयी है जब एक दिन पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उसने उत्तर कोरिया द्वारा पश्चिमी तट पर समुद्र में कई क्रूज मिसाइलों के परीक्षण का पता लगाया है। यह 2024 में इस तरह के हथियारों का देश का चौथे चरण का परीक्षण है। उत्तर कोरिया के परीक्षण की तस्वीरों से पता चलता है कि कम ऊंचाई पर उड़ने वाली क्रूज मिसाइल ने समुद्र तट पर बने एक लक्ष्य को भेदा और एक अन्य मिसाइल को जमीन से छोड़े जाने के बाद हवा में उड़ते हुए देखा गया। क्रूज मिसाइलों के बड़े हथियारों से लैस होने की घोषणा करते हुए उत्तर कोरिया इस बात पर जोर देने का प्रयास कर सकता है कि ये मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस हैं।

एक साथ कई मिसाइलों के परीक्षण की आशंका

उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने यह नहीं बताया कि कितनी मिसाइलों का परीक्षण किया गया और न ही उनके प्रदर्शन का विवरण दिया। आशंका है कि एक साथ कई मिसाइलों का परीक्षण किया गया है। एजेंसी ने बताया कि ये परीक्षण सैन्य विकास के लिए ‘‘सामान्य गतिविधियां’’ हैं और इससे पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है। विश्लेषकों का कहना है कि विमान रोधी मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में उत्तर कोरिया को रूस के साथ बढ़ते सैन्य सहयोग से लाभ मिल सकता है।  (एपी)

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