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Hindi News पैसा ऑटो नोटबंदी का मारुति सुजुकी पर पड़ा बुरा असर, अक्‍टूबर-नवंबर के दौरान बिक्री 20 प्रतिशत घटी

नोटबंदी का मारुति सुजुकी पर पड़ा बुरा असर, अक्‍टूबर-नवंबर के दौरान बिक्री 20 प्रतिशत घटी

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने शुक्रवार को कहा कि अक्‍टूबर-नवंबर की अवधि में उसकी रिटेल बिक्री पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत कम रही।

नोटबंदी का मारुति सुजुकी पर पड़ा बुरा असर, अक्‍टूबर-नवंबर के दौरान बिक्री 20 प्रतिशत घटी- India TV Paisa नोटबंदी का मारुति सुजुकी पर पड़ा बुरा असर, अक्‍टूबर-नवंबर के दौरान बिक्री 20 प्रतिशत घटी

नई दिल्‍ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने शुक्रवार को कहा कि अक्‍टूबर-नवंबर की अवधि में उसकी रिटेल बिक्री पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत कम रही। कंपनी का कहना है कि नोटबंदी के तहत 500 व 1000 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर किए जाने के बाद नकदी संकट से कारों की मांग घटी है।

  • हालांकि, कंपनी का कहना है कि अब इस महीने हालात में सुधार है और दिसंबर में बुकिंग तुलनात्मक रूप से सात प्रतिशत बढ़ी है।
  • इसके साथ ही कंपनी ने कहा है कि उसकी रोहतक में प्रस्तावित अनुसंधान एवं विकास केंद्र में 3,800 करोड़ रुपए के निवेश की योजना है।

मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा,

हमारे आंकड़े दिखाते हैं कि नोटबंदी के चलते नवंबर में बुकिंग में गिरावट आई। नोटबंदी का नवंबर में बुकिंग औ ट्रू वेल्यू की बिक्री पर असर पड़ा है। यदि हम अक्‍टूबर और नवंबर की बिक्री को एक साथ रखें तो पिछले साल की तुलना में इसमें 20 प्रतिशत की गिरावट आई है।

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  • भार्गव ने कहा, यह संकेत है कि नोटबंदी के तुरंत बाद लोगों में इसको लेकर कुछ अनिश्चितता व चिंता रही लेकिन उस रुख में अब बदलाव आया है।
  • दिसंबर में बिक्री का आंकड़ा सात प्रतिशत बढ़ा है।
  • मारुति के ट्रू-वैल्‍यू बिक्री केंद्रों से बिक्री घटने पर भार्गव ने कहा कि इस्तेमाल हुई पुरानी कारों के लिए ऊंची ब्याज दर और नकदी की तंगी बड़ी वजह रही है।
  • इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपने उत्पादन को पूर्व स्तर पर ही बनाए रखा है।
  • वहीं कंपनी के कार्यकारी निदेशक सीवी रमन ने कहा कि मारुति सुजुकी इंडिया रोहतक में प्रस्तावित अपने अनुसंधान एवं विकास केंद्र पर मार्च 2016 तक 1700 करोड़ रुपए पहले ही निवेश कर चुकी है।
  • उन्होंने कहा कि कंपनी 2019 तक इसमें 2100 करोड़ रुपए का और निवेश करेगी।
  • इस प्रकार कंपनी रोहतक स्थिति अपने अनुसंधान एवं विकास केंद्र पर मार्च 2019 तक कुल मिलाकर 3,800 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

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