भारत के तेजी से बढ़ते बाजार पर है सबकी नजर, हर कोई बेचना चाहता है यहां सबसे सस्ता स्मार्टफोन
कंपनियों के बीच दुनिया के सबसे तेज विकसित होते भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सबसे सस्ता स्मार्टफोन बेचने की होड़ लगी हुई है और यहां रोज नए-नए फोन लॉन्च कर रही हैं
नई दिल्ली। भारत के तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन बाजार में ज्यादा से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ में दुनियाभर की कंपनियां शामिल हैं। साउथ कोरिया की सैमसंग से लेकर चीन की श्याओमी, लिनोवो, लीईको और भारत की माइक्रोमैक्स और इंटेक्स जैसी कंपनियां अब यह अच्छी तरह समझ चुकी हैं कि भारत के ग्राहक क्या चाहते हैं। इन कंपनियों के बीच दुनिया के सबसे तेज विकसित होते स्मार्टफोन बाजार में सबसे सस्ता हैंडसेट बेचने की होड़ लगी हुई है।
मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट के मुताबिक भारत के बाजार में पहले से ही 70 स्मार्टफोन ब्रांड ऐसे मौजूद हैं, जिनकी कीमत 100 डॉलर (तकरीबन 6,700 रुपए) से कम है। 23 अगस्त को साउथ कोरिया की कंपनी सैमसंग ने भारत में अपना अभी तक का सबसे सस्ता स्मार्टफोन लॉन्च किया है। जेड2 की कीमत 4,590 रुपए (68 डॉलर) है, जो कि देश में बिकने वाले स्मार्टफौन की औसत कीमत 90 डॉलर से भी कम है। सैमसंग के इस नए फोन की बिक्री 29 अगस्त से शुरू होगी। इससे पहले, जनवरी 2015 में सैमसंग ने जेड 1 को लॉन्च किया था, जिसकी कीमत भी 4,299 रुपए थी। अन्य वैश्विक कंपनी जैसे लिनोवो और श्याओमी भी भारत में 100 डॉलर कीमत वाले फोन लेकर आई हैं। वहीं दूसरी ओर घरेलू कंपनियां जैसे माइक्रोमैक्स, इंटेक्स और लावा पहले ही इस सेगमेंट में अपनी पैठ बनाए हुए हैं।
सस्ती कीमत का दांव इन सबके अलावा पिछले कुछ महीनों में कई नए स्टार्टअप ने सस्ते मोबाइल हैंडसेट पेश करने की घोषणा की है। उदाहरण के लिए, फरवरी में, दिल्ली की रिंगिग बेल्स ने दुनिया का सबसे स्मार्टफोन लॉन्च किया था। इसका प्रोडक्ट फ्रीडम 251 की कीमत 251 रुपए (4 डॉलर) है। कंपनी का दावा है कि उसे 7.5 करोड़ रजिस्ट्रेशन हासिल हुए और उसने ग्राहकों को फोन की डिलेवरी शुरू कर दी है। अप्रैल में जयपुर की डोकॉस ने एंड्रॉयड आधारित स्मार्टफोन लॉन्च किया, जिसकी कीमत केवल 888 रुपए है। बेंगलुरु की नमोटेल ने मई में अच्छे दिन नाम से स्मार्टफोन लाने की घोषणा की और उसने कहा कि इस फोन की बिक्री अविश्वसनीय 99 रुपए की कीमत पर की जाएगी। काउंटरप्वाइंट के सीनियर टेलीकॉम एनालिस्ट तरुण पाठक कहते हैं कि किफायती स्मार्टफोन सेगमेंट में बहुत ज्यादा प्रतियोगिता है, इसलिए कंपनियां अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए कम से कम कीमत पर फोन लेकर आ रही हैं। सैमसंग का यह कदम भी इसी दिशा में है। रिंगिंग बेल्स का दावा, 65,000 और स्मार्टफोन की डिलीवरी शुरू
छुपा खेल
हालांकि, बहुत कम कीमत वाले फोन के निर्माताओं को उनके गलत दावों और छुपी कीमत के लिए आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ रहा है। मार्च में रिंगिंग बेल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें कहा गया कि फ्रीडम 251 एक पोंजी स्कीम है और कंपनी भ्रामक विज्ञापन के जरिये पैसा जुटाना चाहती है। वहीं दूसरी ओर नमोटेल के 99 रुपए स्मार्टफोन के पीछे कई शुल्क छिपे हुए हैं। इस फोन को Bemybanker.com नामक वेबसाइट के जरिये ही बुक किया जा सकता है, जो कि 199 रुपए की वन टाइम मेंबरशिप फीस वसूलती है।
सस्ते स्मार्टफोन की बढ़ेगी डिमांड
कीमतों के प्रति संवेदनशील भारतीय बाजार में सस्ते स्मार्टफोन का दबदबा है और यह ट्रेंड निकट भविष्य में भी बने रहने की पूरी संभावना है।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक भारत में 70 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स हैं, जिसमें से केवल 22 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन हैं। इसका मतलब है कि तकरीबन 55 करोड़ भारतीय अभी भी फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और आगे आने वाले समय में वे स्मार्टफोन की तरह अपग्रेड होंगे। पाठक के मुताबिक पहली बार स्मार्टफोन खरीदने वाले अधिकांश ग्राहक सस्ते मॉडल ही खरीदते हैं, इसलिए कंपनियां कम से कम अगले दो सालों तक लगातार सस्ते फोन लॉन्च करती रहेंगी।