A
Hindi News पैसा बिज़नेस इन्फोसिस 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण तक पहुंचने वाली चौथी भारतीय कंपनी बनी

इन्फोसिस 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण तक पहुंचने वाली चौथी भारतीय कंपनी बनी

एमकैप के लिहाज से 13.7 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर है। उसके बाद टीसीएस ( 13.44 लाख करोड़ रुपये) और एचडीएफसी बैंक ( 8.42 लाख करोड़ रुपये) है।

<p>इंफोसिस का मार्केट...- India TV Paisa Image Source : INFOSYS इंफोसिस का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर के पार

नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस मंगलवार को 100 अरब डॉलर का बाजार पूंजीकरण स्तर को छूने वाली देश की चौथी कंपनी बन गई। टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के बाद इन्फोसिस चौथी कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण कारोबार के दौरान 100 अरब डॉलर के पार पहुंचा। कंपनी ने यह उपलब्धि सुबह के कारोबार में उस समय हासिल की, जब शेयर बीएसई में 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,755.6 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इससे कंपनी का बाजार मूल्यांकन 7.47 लाख करोड़ रुपये यानी 100.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 

हालांकि, कारोबार समाप्त होने से पहले कंपनी का शेयर शुरूआती लाभ को बरकरार नहीं रख पाया और 1.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,720.75 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इन्फोसिस का शेयर 1,750 पर खुला और उसके बाद 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,757 रुपये प्रति इक्विटी पर पहुंच गया। अंत में यह 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,721.5 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। बाजार पूंजीकरण (एमकैप) के लिहाज से 13.7 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर है। उसके बाद 13.44 लाख करोड़ रुपये के एमकैप के साथ टीसीएस का स्थान है। एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 8.42 लाख करोड़ रुपये है। 

इंफोसिस का जून तिमाही में कंसोलिडेटेड प्रॉफिट बीती तिमाही के मुकाबले 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5195 करोड़ रुपये रहा है। वहीं इस दौरान कंपनी की ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड आय 6 प्रतिशत बढ़कर 27896 करोड़ रुपये रही है। कंपनी के मुताबिक तिमाही के दौरान 2.6 अरब डॉलर मूल्य की बड़े सौदे हासिल किये हैं। बीते साल की इसी तिमाही के मुकाबले कंपनी का फायदा करीब 23 प्रतिशत बढ़ गया है। इसी के साथ ही कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के लिये आय अनुमानों को भी बढ़ा दिया है। फिलहाल इंफोसिस पर आयकर पोर्टल में जारी गडबड़ियों को लेकर दबाव बना हुआ है। सरकार ने कंपनी को गड़बड़ी दूर करने के लिये 15 सितंबर का वक्त दिया है। 

Latest Business News