A
Hindi News पैसा बिज़नेस Infosys के मुनाफे में 161 करोड़ रुपए की गिरावट, कमजोर नतीजों से 8 फीसदी टूटा स्टॉक

Infosys के मुनाफे में 161 करोड़ रुपए की गिरावट, कमजोर नतीजों से 8 फीसदी टूटा स्टॉक

वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में Infosys के मुनाफे में गिरावट आई है। पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,597 करोड़ रुपए से 3,436 करोड़ रुपए रह गया।

Q1 Results: Infosys के मुनाफे में 161 करोड़ रुपए की गिरावट, कमजोर नतीजों से 8 फीसदी टूटा स्टॉक- India TV Paisa Q1 Results: Infosys के मुनाफे में 161 करोड़ रुपए की गिरावट, कमजोर नतीजों से 8 फीसदी टूटा स्टॉक

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में देश की दिग्गज IT कंपनी Infosys के मुनाफे में गिरावट आई है। पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,597 करोड़ रुपए से 161 करोड़ रुपए गिरकर 3,436 करोड़ रुपए रह गया। वहीं, कंपनी की आय 6 फीसदी बढ़कर 17535 करोड़ रुपए हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि वीजा खर्च और वेतन बढ़ने की वजह से मार्जिन पर दबाव के चलते कंपनी के प्रॉफिट में गिरावट आई है। हालांकि इन्फोसिस इसकी घोषणा पहले ही कर चुका था। इससे पहले लगातार पिछली चार तिमाहियों से इंफोसिस अपने नतीजों में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज कर रही थी। उम्मीद से कमजोर नतीजों के बाद इंफोसिस के शेयर में तेज गिरावट देखने को मिली। 10:45 बजे कंपनी का शेयर 8.50 फीसदी की गिरावट के साथ 1075 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

मुनाफा 4.47 फीसदी गिरा आय 6 फीसदी बढ़ी 

वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 4.47 फीसदी गिरकर 3436 करोड़ रुपए रह गया है। जबकि 2015-16 की चौथी तिमाही में कंपनी को 3597 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। आय की बात करें तो वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 6 फीसदी बढ़कर 17535 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। जबकि, 2015-16 की चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 16550 करोड़ रुपए रहा था। इन्फोसिस की डॉलर आय 2.2 फीसदी बढ़कर 250.1 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई है। जबकि, 2015-16 के चौथे क्वार्टर में कंपनी की डॉलर आय 244.6 करोड़ डॉलर रही थी।

FY17 के लिए रेवेन्यू गाइडेंस भी घटाया

इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2016-2017 के लिए रेवेन्यू में 10.5-12 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान लगाया है। जबकि पिछली तिमाही में कंपनी ने आय में 11.5-13.5 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान लगाया था।

यह भी पढ़ें- नई तकनीकी, अधिक निजी-सार्वजनिक भागीदारी एनआईसी को बदलने में कारगर: रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- नारायण मूर्ति ने की राजन के दूसरे कार्यकाल की वकालत 

Latest Business News