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करोड़पतियों की आबादी के मामले में भारत 12वें स्थान पर खिसका

करोड़पतियों की आबादी के मामले में भारत एक स्थान खिसककर दुनिया में 12वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, देश में ऐसे अमीरों की संख्या बढ़कर दो लाख हो गई है।

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नई दिल्ली। करोड़पतियों की आबादी के मामले में भारत एक स्थान खिसककर दुनिया में 12वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, देश में ऐसे अमीरों की संख्या मामूली बढ़कर दो लाख हो गई है। कैपजेमिनी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 1.98 लाख अति धनाढ्यों (एचएनआई) के साथ भारत इस सूची में 11वें स्थान पर था। वैश्विक संपत्ति प्रबंधकों का मानना है कि चीन के साथ भारत वृद्धि का इंजन है।

करीब 13 प्रतिशत वैश्विक संपत्ति प्रबंधकों का मानना है कि 2025 तक भारत में अति धनाढ्यों की संपत्ति में इजाफे की सबसे अधिक संभावना है। वहीं चीन के बारे में यह राय रखने वालों की संख्या 27 प्रतिशत है। 2025 तक वैश्विक संपत्ति 1,00,000 अरब डॉलर पर पहुंचने की संभावना है।

अब अमीर लोगों को आयकर रिटर्न में महंगी संपत्तियों की जानकारी देनी होगी: CBDT

देश में 50 लाख रुपए से अधिक सालाना आय वाले अमीर लोगों को आकलन वर्ष 2016-17 के लिए आयकर रिटर्न फॉर्म में यह भी बताना होगा कि उन्हें जमीन, भवन व आभूषण आदि महंगी संपत्तियों को खरीदने में कितनी लागत आई है। फॉर्म में जिन लग्जरी उत्पादों का खुलासा करना होगा उनमें महंगे बर्तन, परिधान, कीमती पत्थरों वाला फर्नीचर, साेने, चांदी व प्लेटिनम के बने आभूषण शामिल हैं।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने नए आईटीआर फॉर्म के बारे में दिशा निर्देश जारी करते हुए यह जानकारी दी है। इसके अनुसार, आस्तियों से जुड़ी राशि की जानकारी में करदाता की उक्त आस्तियों का लागत मूल्य भी शामिल होगा। अगर कीमती सामान उपहार के रूप में मिलते हैं तो करदाता को पूर्व मालिक के लिए अधिग्रहण की लागत तथा मूल्य वर्धन की जानकारी देनी होगी। कर्जदार को यह बताना होगा कि इस तरह के सामान व उनके मूल्य का खुलासा क्या पहले संपत्ति कर रिटर्न भरते समय किया गया।

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