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Hindi News पैसा बिज़नेस पेट्रोल-डीजल के बाद CNG के दाम में भी कमी संभव! उद्योग संगठन की मांग पर हो सकता है विचार

पेट्रोल-डीजल के बाद CNG के दाम में भी कमी संभव! उद्योग संगठन की मांग पर हो सकता है विचार

बीते एक साल में सीएनजी के दाम 32 रुपये से ज्यादा बढ़ गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी के दाम पिछले एक साल में लगभग दोगुने हो गए हैं।

<p>CNG</p>- India TV Paisa Image Source : FILE CNG

पेट्रोल-डीजल के बाद CNG के दाम में भी कमी हो सकती है। दरअसल, वाहन कंपनियों के संगठन सियाम ने सीएनजी की कीमतों में कटौती करने और इस्पात एवं प्लास्टिक उत्पादों के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क घटाने का सरकार से अनुरोध किया है। सियाम ने रविवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए लिखा कि वाहन उद्योग पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने के फैसले का स्वागत करता है। उसने कहा कि इस फैसले से मुद्रास्फीति पैदा करने वाले दबावों में नरमी आएगी और आम आदमी को राहत मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मांग पर सरकार विचार कर सकती है और आने वाले दिनों में दाम घटा सकती है। 

पिछले एक साल में 32 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी

बीते एक साल में सीएनजी के दाम 32 रुपये से ज्यादा बढ़ गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी के दाम पिछले एक साल में लगभग दोगुने हो गए हैं। दरअसल, मई, 2021 में दिल्ली में सीएनजी की कीमत 43.40 प्रति किलो थी। वहीं, मई, 2002 में यह बढ़कर 75.61 प्रति किलो पहुंच गई है। इस तरह दिल्ली में पिछले एक साल में 32.21 रुपये सीएनजी पर बढ़े हैं। सीएनजी की कीमत बढ़ने के पीछे मांग और आपूर्ति का संकट है। इस समय पूरी दुनिया में गैस की सप्लाई गड़बड़ाई हुई है। गैस की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है। इसके चलते तेल विनियमित क्षेत्रों से नेचुरल गैस के उत्पादन की कीमत दोगुनी से अधिक हो गई।

सीएनजी के दाम घटने से आम आदमी को राहत मिलेगी 

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने इसके साथ ही सरकार से सीएनजी की कीमतों में भी कटौती करने का अनुरोध करते हुए कहा कि उसके दाम कम होने से आम आदमी को राहत मिलेगी और सार्वजनिक परिवहन को आसानी होगी एवं स्वच्छ पर्यावरण मिल पाएगा। गौरतलब है कि पिछले सात महीनों में सीएनजी के दामों में काफी वृद्धि हुई है। संगठन ने सरकार से इस्पात एवं प्लास्टिक उत्पादों के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क कम करने का भी अनुरोध किया। उसने कहा कि इससे घरेलू बाजार में इस्पात की कीमतों में नरमी लाने में मदद मिलेगी। ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की। 

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