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Hindi News पैसा बिज़नेस पहले ही बजट में भारत सरकार को हुआ था 24.59 करोड़ रुपये का घाटा, आज ट्रिलियन डॉलर की है देश की इकोनॉमी

पहले ही बजट में भारत सरकार को हुआ था 24.59 करोड़ रुपये का घाटा, आज ट्रिलियन डॉलर की है देश की इकोनॉमी

Budget 2023 Nirmala Sitharaman: दुनियाभर की आर्थिक सर्वेक्षण करने वाली एजेंसियां भारत को 2035 तक 10 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी बनने की बात कर रही हैं।

budget 2023 nirmala sitharaman Government of India- India TV Paisa Image Source : FILE पहले ही बजट में भारत सरकार को हुआ था 24.59 करोड़ रुपये का घाटा

Budget 2023 Nirmala Sitharaman: समय एक ऐसा पहिया है जो सबके लिए एक बराबर चलता है। बस अंतर इतना होता है कि किसी के हिस्से में कभी अच्छा तो कई के साथ कुछ बुरी घटनाओं का यह गवाह बन जाता है। व्यक्तिगत से हटकर इसे भारत के परिपेक्ष्य में देखा जाए तो आज से दो साल पहले देश कोरोना महामारी से कांप रहा था। आज हम दुनियाभर में आई मंदी की चपेट के बीच एक मजबूत इकोनॉमी वाले देश के तौर पर खड़े हैं। हमारे विकास का पहिया लगातार घुम रहा है। किसी भी देश का पहिया तभी घुमता है जब उस देश की सरकार बजट में अच्छी योजनाओं का ऐलान करती है, देश की तरक्की के लिए नई स्कीम लाती है। भारत जब से आजाद हुआ है तब से लेकर अब तक हर बार बजट का आकार बढ़ता गया है। भारत का पहला बजट 197.39 करोड़ रुपये का पेश किया गया था।

तब लगा था 24.59 करोड़ रुपये का घाटा

1947 में जब देश को आजादी मिली तब पहला बजट 1947-48 को पेश किया गया। उस समय तारीख थी 26 नवंबर 1947। आर के षण्मुखम चेट्टी देश के तत्कालीन वित्त मंत्री हुआ करते थे। उन्होंने ही इसे पेश किया था। तब बजट में कुल खर्च 197.39 करोड़ रुपये बताया गया था, जबकी सरकार की कमाई 172.80 करोड़ रुपये थी। यानि सरकार का डेफिसिट(घाटा) 24.59 करोड़ रुपये था। वहीं इसकी तुलना आज से की जाए तो काफी अंतर नजर आएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2022 को 2022-23 का बजट पेश करते हुए बताया था कि चालू वित्त वर्ष में कुल खर्च 39.45 लाख करोड़ रुपये और टोटल कमाई 22.84 लाख करोड़ रुपये रहेगी। बता दें, दुनियाभर की आर्थिक सर्वेक्षण करने वाली एजेंसियां भारत को 2035 तक 10 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी बनने की बात कर रही हैं। 

Image Source : indiabudget.gov.inपहला बजट 1947-48 को पेश किया गया था।

आज मनाया गया हलवा सेरेमनी

इस बार हलवा सेरेमनी का आयोजन गणतंत्र दिवस के दिन हुआ। वित्त मंत्रालय के तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया कि पिछले दो वित्त वर्षों की तरह 2023-24 का बजट भी डिजिटल रूप में दिया जाएगा। इससे पहले, इस सेरेमनी से बजट की छपाई का काम शुरू हो जाता था। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण 2021-22 में बजट डिजिटल रूप में पेश किया गया था। तब इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि बजट की प्रिंटिंग नहीं हुई। उसे एक टैब में पीडीएफ के रुप में सेव कर दिया गया और वित्त मंत्री ने एक टैब से देखकर भाषण पढा। बता दें कि इस बार वित्त मंत्री एक फरवरी 2023 को 2023-24 का बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्री के बजट भाषण पूरा होने के बाद बजट दस्तावेज ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ पर उपलब्ध होगा। आप इस(https://www.indiabudget.gov.in/) वेबसाइट पर विजिट कर भी बजट से संबंधित डिटेल पढ़ सकते हैं। 

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