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Hindi News पैसा बिज़नेस Good News: देश में 5 रुपये सस्ता हो सकता है Petrol-Diesel, कच्चा तेल लुढ़कर 88 डॉलर प्रति बैरल पर आया

Good News: देश में 5 रुपये सस्ता हो सकता है Petrol-Diesel, कच्चा तेल लुढ़कर 88 डॉलर प्रति बैरल पर आया

Good News: देश में 5 रुपये सस्ता हो सकता है Petrol-Diesel, कच्चा तेल लुढ़कर 88 डॉलर प्रति बैरल पर आया Good News Petrol Diesel may be cheaper by Rs 5 in the country crude oil fell to 88 dollar per barrel

Petrol diesel - India TV Paisa Image Source : FILE Petrol diesel

Highlights

  • 6 महीने में करीब 37 फीसदी सस्ता हुआ कच्चा तेल
  • 8 मार्च, 2022 को क्रूड 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था
  • आज ब्रेंट क्रूड 88 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है

Good News: त्योहारी सीजन में जल्द ही आपको पेट्रोल-डीजल को लेकर अच्दी खबर मिल सकती है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Brent Crude) के दाम 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। आज ब्रेंट क्रूड 88 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। डबल्‍यूटीआई क्रूड भी 85 डॉलर के आस पास तक टूट चुका है। इनर्जी एक्सपर्ट कच्चे तेल में और गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं। ऐसे में घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल पर आपको जल्द सरकार की ओर से राहत मिल सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के भाव में 5 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती हो सकती है।

घट सकते हैं तेल के रेट

IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी) अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट जारी है। वैश्विक मंदी की आशंका से मांग घटी है। वहीं, अमेरिका सहित पूरे यूरोप में गर्मी पड़ रही है। इससे भी तेल की मांग घटी है। ऐसे में ब्रेंट क्रूड आने वाले दिनों में टूटकर 85 डॉलर तक पहंच सकता है। वहीं, डबल्‍यूटीआई 80 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। इसका फायदा भारत को होगा। भारत अपनी जरूरत का 85% से ज्यादा कच्चा तेल बाहर से खरीदता है। कच्चे तेल में कमी से पेट्रोल-डीजल की लागत घटेगी। इस कीमत पर पेट्रोलियम कंपनियों के पास आसानी से 5 रुपये कटौती का विकल्प है। यह तोहफा त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार दे सकती है।

6 महीने में करीब 37% सस्ता हुआ कच्चा तेल

कच्चा तेल बीते छह महीने में करीब 37 फीसदी सस्ता हो चुका है। 8 मार्च, 2022 को क्रूड 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था। अभी यह टूटकर 88 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है। यानी इसमें 6 महीने में करीब 37 फीसदी कमजोरी आ चुकी है। यूरोप के कई देशए चीन में अर्थव्‍यवस्‍था पर दबाव हैण्।चीन के कई शहरों में कोविड 19 के चलते लॉकडाउन जैसे हालात हैं। ऐसे में इन देशों से बंपर मांग निकलने की उम्मीद नहीं है। वहीं, दूसरी कई अन्‍य बड़ी अर्थव्‍यवस्‍थाओं में भी अभी अनिश्चितता बनी हुई है। इसके चलते आगे भी कीमत में गिरावट की संभावना है। गौरतलब है कि 22 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये घटा दिया गया। तब से लेकर अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

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