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Hindi News पैसा बिज़नेस इस राज्य पर आया निवेशकों का दिल, ₹1 लाख करोड़ के निवेश का बनाया मन, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

इस राज्य पर आया निवेशकों का दिल, ₹1 लाख करोड़ के निवेश का बनाया मन, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

Madhya Pradesh Industrial Conference : एलटीआई माइंड ट्री ने मध्य प्रदेश में 500 करोड़ रुपये के निवेश के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस निवेश से 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश के इस औद्योगिक सम्मेलन में 4,000 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया।

मध्यप्रदेश में निवेश- India TV Paisa Image Source : PEXELS मध्यप्रदेश में निवेश

मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में आयोजित दो दिवसीय क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन में 880 इकाइयों ने अलग-अलग क्षेत्रों में कुल एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश का इरादा जताया है। राज्य के औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग (DIPIP) के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को संपन्न क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन में 880 इकाइयों ने विभिन्न क्षेत्रों में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का इरादा जताया है।

माइंड ट्री करेगी 500 करोड़ का निवेश

उन्होंने बताया कि सम्मेलन में अडानी ग्रुप ने मध्यप्रदेश में करीब 75,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। इस निवेश का राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा। सिंह ने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 20 से अधिक उद्योगपतियों से सीधी मुलाकात की और इन बैठकों में सूबे में कुल 17,000 करोड़ रुपये के निवेश की संभावनाएं जताई गईं। प्रमुख सचिव ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी एलटीआई माइंड ट्री ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सूबे में 500 करोड़ रुपये के निवेश के सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस निवेश से 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस कंपनी को इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर 10 एकड़ जमीन आवंटित की गई है।

12 देशों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

सिंह ने बताया कि पेप्सिको ग्रुप उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में करीब 1,250 करोड़ रुपये का निवेश करेगा इससे 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की भागीदारी से आयोजित सम्मेलन में 4,000 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। इनमें मेजबान भारत के साथ ही अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, इजराइल, जापान, दक्षिण कोरिया और जर्मनी समेत 12 देशों के प्रतिनिधि शामिल थे। सिंह ने बताया कि सम्मेलन के दौरान कुल 3,700 खरीदारों और विक्रेताओं ने 2,100 से ज्यादा कारोबारी बैठकें कीं। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में उद्योगपतियों को कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, धार्मिक पर्यटन, दवा निर्माण, खनिज, इंजीनियरिंग उत्पाद, वस्त्र निर्माण और शहरी अवसंरचना जैसे क्षेत्रों में निवेश के अवसरों के बारे में जानकारी दी गई।

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