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Hindi News पैसा बिज़नेस IPO से तगड़ी कमाई के लिए कर लें पैसे तैयार, युवाओं के बीच चर्चित ये बड़ी कंपनी लेगी शेयर बाजार में एंट्री

IPO से तगड़ी कमाई के लिए कर लें पैसे तैयार, युवाओं के बीच चर्चित ये बड़ी कंपनी लेगी शेयर बाजार में एंट्री

डेल्टा कॉर्प की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड (DGL) ने सेबी के पास IPO लाने की मंजूरी के लिए राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर किया है।

<p>Delta corp IPO</p>- India TV Paisa Image Source : FILE Delta corp IPO

Highlights

  • डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड (DGL) ने सेबी के पास IPO के लिए आवेदन किया है
  • डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड दरअसल डेल्टा कॉर्प लिमिटेड की सब्सिडियरी है
  • डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड को गॉसियन नेटवर्क्स लिमिटेड के रूप में जाना जाता था

यदि आप इनीशियल पब्लिक इश्यू यानि आईपीओ के जरिए तगड़ी कमाई करना चा​हते हैं तो आपको एक और मौका मिलने वाला है। युवाओं के ​बीच लोकप्रिय और गेमिंग कारोबार से जुड़ी कंपनी डेल्टा कॉर्प कसीनो कारोबार से जड़ी अपनी सब्सिडियरी डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड का आईपीओ लाने जा रही है। 

डेल्टा कॉर्प की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड (DGL) ने सेबी के पास IPO लाने की मंजूरी के लिए राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर किया है। कंपनी ने सेबी को जानकारी देते हुए ​बताया ​कि डेल्टाटेक गेमिंग लिमिटेड (जिसे पहले गॉसियन नेटवर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के रूप में जाना जाता था), डीजीएल दरअसल डेल्टा कॉर्प लिमिटेड की सब्सिडियरी है। 

डेल्टा कॉर्प एक भारतीय गेमिंग और हॉस्पिटैलिटी कंपनी है, जिसके पास कैसीनो (लाइव, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन) का मालिकाना हक है और यह कंपनी कैसीनो चलाती है। डेल्टा कॉर्प के शेयर एक साल की अवधि में लगभग 6% नीचे हैं, और अब तक 2022 (YTD) में 34% से अधिक की गिरावट आई है।

PhonePe ने किया IPO लाने से इंकार

बाजार में बीते बुधवार से डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे के आईपीओ की भी चर्चा थी। लेकिन कंपनी ने सफाई दी है कि अभी आईपीओ लाने की कोई योजना नहीं है। कंपनी ने कहा कि वह अपने प्रमुख कारोबार के मुनाफे में आने के बाद ही आईपीओ लाने पर विचार करेगी। कंपनी ने कहा, ‘‘फोनपे अभी आईपीओ लाने की योजना नहीं बना रहा है।’’ फोनपे ने कहा, ‘‘हम अपने कारोबार के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमारे मुख्य कारोबार में उचित मुनाफा होने के बाद आईपीओ लाया जाएगा।’’ फोनपे की स्थापना 2015 में हुई थी और 2016 में फ्लिपकार्ट ने इसे खरीद लिया था। वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट समूह को खरीदा, जिसके बाद फोन पे वॉलमार्ट की कंपनी हो गई। फिलहाल फोनपे में फ्लिपकार्ट की 87 प्रतिशत और वॉलमार्ट की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

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