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Hindi News पैसा बिज़नेस सस्ता सोना खरीदने का आज ​आखिरी मौका, डिजिटल भुगतान पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट

सस्ता सोना खरीदने का आज ​आखिरी मौका, डिजिटल भुगतान पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट

भारत सरकार की तरफ से यह गोल्ड बॉन्ड रिजर्व बैंक जारी करता है। सोने के बॉन्ड का दाम इंडिया बुलियन एण्ड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा जारी दाम के सामान्य औसत भाव पर तय किया जाता है।

सोना - India TV Paisa Image Source : FILE सोना

आपके पास आज सस्ता सोना खरीदने का आखिरी मौका है। दरअसल, मोदी सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (एसजीबी) के तहत बाजार से सस्ता और 100% प्योर सोना बेच रही है। आपको बता दें कि यह बॉन्ड सब्सक्रिप्शन के लिए 6 मार्च, 2023 को खुला था और आज यानी 10 मार्च को बंद हो रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी श्रृंखला के तहत सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री की जा रही है। इस गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5,611 रुपये प्रति ग्राम तय की गई है। ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी। हालांकि, इसके लिए डिजिटल माध्यम से पेमेंट करना होगा। इसका मतलब हुआ कि ऑनलाइन पेमेंट करने वाले निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,561 रुपये प्रति ग्राम होगा। 

सालाना ब्याज भी मिलता है एसजीवी पर 

एसजीबी को भौतिक सोना रखने के विकल्प के रूप में तेजी से उभरा है। इसमें निवेशको को 2.5 फीसदी की दर से ब्याज भी मिलता है। आपको बता दें कि केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बॉन्ड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है। एसजीबी में आठ वर्ष के लिए निवेश होता है लेकिन 5वें वर्ष के बाद इसे समय पूर्व भुनाया जा सकता है। 

आरबीआई जारी करता है यह बॉन्ड

भारत सरकार की तरफ से यह गोल्ड बॉन्ड रिजर्व बैंक जारी करता है। सोने के बॉन्ड का दाम इंडिया बुलियन एण्ड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा जारी दाम के सामान्य औसत भाव पर तय किया जाता है। यह दाम निवेश की अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम तीन कारोबारी दिवस के दौरान 999 शुद्धता वाले सोने का औसत भाव होगा। स्वर्ण बॉड में निवेश एक ग्राम के मूल यूनिट के अनुरूप कर सकते हैं। कम से कम एक ग्राम सोने के लिये निवेश करना होता है। कोई भी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार अधिकतम चार किलोग्राम मूल्य तक का बॉन्ड खरीद सकता है जबकि ट्रस्ट और समान संस्थाएं के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किग्रा है। बांड खरीदने के लिए अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) संबंधी मानदंड उसी तरह के होंगे जैसे कि बाजार से सोना खरीदते हुये होते हैं। सरकार की सावरेन गोल्ड बॉंड योजना नवंबर 2015 में शुरू हुई थी। 

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