A
Hindi News पैसा बिज़नेस OTT कंटेंट की डिमांड बढ़ने के साथ बढ़ी बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग, सस्ते पैक और ओरिजनल कंटेंट से लुभाने की कोशिश

OTT कंटेंट की डिमांड बढ़ने के साथ बढ़ी बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग, सस्ते पैक और ओरिजनल कंटेंट से लुभाने की कोशिश

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट की मांग खूब है।

OTT Platform - India TV Paisa Image Source : FILE OTT Platform

OTT (ओवर द टॉप) कंटेंट की डिमांड देश में तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक से बढ़कर एक वेबसीरीज और धमाकेदार शो ने हर वर्ग के दर्शकों को अपनी ओर खींचा है। दर्शकों की मांग को देखते हुए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग तरह के कंटेंट पेश किए जा रहे हैं। कई नई फिल्म सिनेमाघर के बाजाय हाल के दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सब्सक्रिप्शन से होने वाली कुल कमाई साल 2025 तक बढ़कर 102 अरब रुपये हो जाएगी। तेजी से बढ़ते ओटीटी मार्केट को देखते हुए कंपनियों के बीच बाजार हिस्सेदारी हथियाने की जंग शुरू हो गई है। अब ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि कौन ओटीटी प्लेटफॉर्म इस जंग में बाजी मरता है। ट्रेड पंडितों का कहना है कि जो प्लेटफॉर्म सस्ते पैक के साथ ओरिजनल कंटेंट परोसेंगे, वही बाजार में टिके रहेंगे।

वीडियो और ऑडियो दोनों की डिमांड

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच OTT प्लेटफॉर्म पर वीडियो और ऑडियो दोनों तरह के कंटेट की मांग खूब है। हालांकि, वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की बात करें तो इसमें हर साल जबरदस्त ग्रोथ देखी जा रही है और आने वाले समय में और तेजी आने की उम्मीद है। देश में डिज्नी प्लस, हॉटस्टार, अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स के अलावा अब कई स्थानीय ओटटी कंपनियां अपनी जगह बनाने में लगी हैं। इसमें सोनी लिव, वूट, जी5, एरोस नाउ, ऑल्ट बालाजी, और अड्डा टाइम्स आदि शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2025 तक ओटीटी ग्रोथ 4 बिलियन डॉलर यानि करीब 3 लाख करोड़ पहुंच सकती है, जो कि अभी लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है। वहीं आने वालें पांच सालों में यह ग्रोथ 12.5 बिलियन डॉलर यानि 10 लाख करोड़ रुपये तक होने की संभावना है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म क्या

ओटीटी प्लेटफॉर्म का मतलब है– ओवर- द-टॉप प्लेटफॉर्म है, जोकि इंटरनेट के माध्यम से विडियो या अन्य तरह के कंटेंट देखने की सुविधा देते हैं। बहुत सारे ओटीटी अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए सब्स्क्रिप्शन देते हैं। वहीं, कई मुफ्त में देखने की सुविधा भी मुहैया करा रहे हैं। आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटफॉर्म की शुरुआत अमेरिका से हुई थी।

कंपनियों के बीच तगड़ी टक्‍कर

ओटीटी बाजार पर कब्जा करने के लिए ओटीटी कंपनियों के बीच तगड़ी जंग चल रही है। देश में करीब 60 ओटीटी प्लेटफॉर्म बाजार हिस्सेदरी बढ़ाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। कंपिनयां नई-नई वेबसीरीज पर मुहमंगा पैसा लगा रही हैं। कंपनियां अपने कंटेंट पर निवेश को लगातार बढ़ा रही है। कई ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई फिल्म निर्माताओं से साझेदारी की है। वो अपने फिल्म को ओटीटी पर ही रिलीजकरेंगे। हालांकि, इस तगड़ी प्रतिस्पर्धा से कई कंपनियों को नुकसान भी हो रहा है। कैलिफोर्निया की स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स भारत में ग्राहकों को जोड़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। हाल ही में नेटफ्लिक्स ने पैक रेट में कटौती की है।

Latest Business News