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Paytm के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा की जा सकती है कुर्सी, आज बोर्ड की अहम बैठक

Paytm: आज यानि शुक्रवार का दिन पेटीएम (Paytm) के संस्थापक विजय शेखर शर्मा के लिए काफी अहम होने वाला है। आज होने जा रहे शेयरधारक की मीटिंग में इस बात पर निर्णय लिया जाना है कि पेटीएम को शेखर ही लीड करेंगे या किसी दूसरे व्यक्ति को ये जिम्मेदारी दी जाएगी।

Paytm के फाउंटर और CEO विजय...- India TV Paisa Image Source : INDIA TV Paytm के फाउंटर और CEO विजय शेखर शर्मा की जा सकती है कुर्सी

Paytm: आज यानि शुक्रवार का दिन पेटीएम (Paytm) के संस्थापक और CEO विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) के लिए काफी अहम होने वाला है। आज होने जा रहे शेयरधारक की मीटिंग में इस बात पर निर्णय लिया जाना है कि पेटीएम को शेखर ही लीड करेंगे या किसी दूसरे व्यक्ति को ये जिम्मेदारी दी जाएगी। 

Paytm की पैरेंट कंपनी वन97 कम्‍यूनिकेशंस में आज वर्चुअल एनुअल जनरल की मीटिंग हो रही है। पिछले दिनों जब पेटीएम के शेयर में गिरावट देखी गई थी तब से शेखर के सीईओ बने रहने पर सवाल खड़े होने शुरु हो गए थे। इस मीटिंग में एक प्रस्ताव विजय शेयर शर्मा को पेटीएम का सीईओ और एमडी बने रहने के लिए रखा जाना है। 

पेटीएम के गिरते शेयर है इसकी मुख्य वजह

पेटीएम ने जब अपन शेयर लॉन्च किया था तब उसकी प्राइस बैंड 2080-2150 रुपये तय की गई थी। उसके बाद से धीरे-धीरे शेयर में गिरावट आने लगी। Paytm का स्टॉक 18 नवंबर को गिरकर 1955 रुपये पर चला आया। बता दें, लिस्टिंग के दिन यह 27 फीसदी गिरकर 1564 रुपये पर बंद हुआ। इस समय पेटीएम के एक शेयर की कीमत 772 रुपये हो गई है। यानि की लगभग 64 फीसदी की टोटल गिरावट आई है। लॉन्च होने के बाद शेयर की सबसे अधिकतम प्राइस 1955 रुपये और 510 रुपये 1 साल का लो प्राइस है।

Paytm के कारोबारी मॉडल पर भी उठ चुके हैं सवाल

पेटीएम (Paytm) के कारोबारी मॉडल को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। वरिष्ठ बैंकर आदित्य पुरी ने वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम के कारोबारी मॉडल पर सवाल उठाते हुए कहा कि कंपनी ने ‘कैशबैक’ देकर ग्राहक जुटाए है, सेवाओं के जरिये नहीं। पेटीएम के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। 

पुरी ने शुरुआत से ही निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक की अगुवाई की थी और वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त होने तक इसे क्षेत्र में सबसे बड़ा बैंक बना दिया। उन्होंने पेटीएम के कारोबारी मॉडल पर सवाल उठाया और यह सोचकर हैरानगी जताई कि अगर कंपनी इतने भुगतानों का प्रबंधन करती है तो मुनाफा कहां है? पुरी की तरफ से यह टिप्पणी दरअसल पेटीएम के शेयरों में भारी गिरावट के बीच आई है, जो अब उस कीमत से 75 फीसदी कम है जिस पर निवेशकों ने उन्हें आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में खरीदा था।

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