A
Hindi News पैसा बिज़नेस IPO लाने की तैयारी में PhonePe, Walmart-Flipkart की है कंपनी में 87% हिस्सेदारी, जानिए, क्या है योजना

IPO लाने की तैयारी में PhonePe, Walmart-Flipkart की है कंपनी में 87% हिस्सेदारी, जानिए, क्या है योजना

फोनपे अभी सिंगापुरा में रजिस्टर्ड है। कंपनी इसे सिंगापुर से भारत में लाने की प्रक्रिया से गुजर रही है। वर्तमान में फोनपे मंथली वॉल्यूम में 47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में लीडर है।

<p>IPO</p>- India TV Paisa Image Source : FILE IPO

IPO लाने की तैयारी कर रही है PhonePe। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट समूह की इकाई फोनपे ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पैसा जुटाने का प्लान तैयार किया है। निवेश बैंकिंग सूत्रों ने बताया कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिये धन जुटाकर अपने वित्तीय सेवा पोर्टफोलियो का विस्तार करने और अपने मुख्य यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) आधारित भुगतान परिचालन को ‘गहरा’ करने का है। उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान कंपनी आठ से दस अरब डॉलर के मूल्यांकन पर यह राशि जुटाना चाहती है। सूत्रों के बताया कि कंपनी आईपीओ प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही बैंकरों और कानूनी सलाहकारों से संपर्क करेगी। साथ ही कंपनी ने अपनी पंजीकृत होल्डिंग इकाई को सिंगापुर से भारत स्थानांतरित करने की योजना बनाई है। फोनपे के निदेशक मंडल ने पहले ही होल्डिंग कंपनी को भारत स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। Walmart-Flipkart की PhonePe में 87% हिस्सेदारी है। 

सिंगापुर से भारत लाने की तैयारी 

 फोनपे अभी सिंगापुरा में रजिस्टर्ड है। कंपनी इसे सिंगापुर से भारत में लाने की प्रक्रिया से गुजर रही है। वर्तमान में फोनपे मंथली वॉल्यूम में 47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में लीडर है। कंपनी ने हाल ही में म्यूचुअल फंड लाइसेंस (Mutual Fund License) और एनबीएफसी लाइसेंस ( NBFC License) के लिए आवेदन किया है। आपको बता दें फोनपे 2015 में समीर निगम द्वारा शुरू किया था। 2020 मे फोनपे ने 700 मिलियन डॉलर जुटाये थे। अब तक कंपनी 13 राउंड में टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ( Tiger Global Management) जैसे निवेशकों से कुल 1.7 बिलियन डॉलर फंड जुटा चुकी है। 

पैसे लगाने से पहले इन बातों का रखें ख्याल

किसी भी कंपनी के आईपीओ में पैसा लगाने से पहले उस कंपनी का कारोबारी मॉडल और वित्तीय स्थिति जरूर देंखे। शेयर मार्केट में हालिया उतार-चढ़ाव और महंगाई व ब्याज दरों में बढ़ोतरी शॉर्ट टर्म की चुनौतियां हैं। इसके चलते निवेश पर जोखिम बढ़ा है। अगर कंपनियों का कारोबारी मॉडल, कैश फ्लो बेहतर है और आईपीओ आने के बाद कंपनी किस तरह आगे बढ़ेगी, इसे लेकर पॉजिटिव हैं तो इश्यू में पैसे लगा सकते हैं। 

Latest Business News