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Hindi News पैसा बिज़नेस Property Bazaar: 2022 की पहली छमाही में घरों की बिक्री ने 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, एनसीआर में मांग 154% बढ़ी

Property Bazaar: 2022 की पहली छमाही में घरों की बिक्री ने 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, एनसीआर में मांग 154% बढ़ी

2022 की पहली छमाही में आवासीय क्षेत्र में घरों की बिक्री के मामले में मुंबई (44,200), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) (29,101) और बेंगलुरु (26,777) सबसे आगे रहे।

<p>Property bazzar</p>- India TV Paisa Image Source : FILE Property bazzar

Highlights

  • आठ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री सालाना आधार पर 60% बढ़कर 1,58,705 इकाई पर पहुंच गई
  • पिछला उच्च स्तर 2013 की पहली छमाही में दर्ज किया गया था, जब 1,85,577 आवास बिके थे
  • भी बाजारों में आवास की कीमतें सालाना आधार पर तीन से नौ प्रतिशत तक बढ़ी

Property Bazaar: इस साल जनवरी-जून छमाही के दौरान आठ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री सालाना आधार पर 60 प्रतिशत बढ़कर 1,58,705 इकाई पर पहुंच गई। यह नौ साल में सबसे अधिक छमाही मांग है। संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। कंपनी ने अपनी अर्द्ध-वार्षिक रिपोर्ट 'इंडिया रियल एस्टेट: आवासीय और कार्यालय बाजार एच1 2022' के 17 वें संस्करण में कहा कि पिछले साल समान अवधि में 99,416 आवास बिके थे। पिछला उच्च स्तर 2013 की पहली छमाही में दर्ज किया गया था, जब 1,85,577 आवास बिके थे। 

टॉप थ्री में मुंबई, एनसीआर और बेंगलुरु 

2022 की पहली छमाही में आवासीय क्षेत्र में घरों की बिक्री के मामले में मुंबई (44,200), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) (29,101) और बेंगलुरु (26,777) सबसे आगे रहे। एनसीआर और अहमदाबाद में सबसे ज्यादा घरों की बिक्री हुई। जहां एनसीआर में घरों की बिक्री में क्रमश: सालाना 154 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, वहीं अहमदाबाद में  यह बढ़ोतरी 95 फीसदी रही। 2022 की पहली छमाही में सभी शहरों में घरों के दाम में मजबूत बढ़ोतरी हुई। 2021 की पहली छमाही में 1 करोड़ या इससे ज्यादा कीमत क घरों की बिक्री 20 फीसदी हुई थी, जो 2022 की पहली छमाही में बढ़कर 25 फीसदी तक पहुंच गई। 

प्रॉपर्टी की कीमत 3 से 9 फीसदी बढ़ी 

 सभी बाजारों में आवास की कीमतें सालाना आधार पर तीन से नौ प्रतिशत तक बढ़ी हैं। यह एक ऐसी अवधि है, जिसमें 2015 की दूसरी छमाही के बाद पहली बार सभी बाजारों में आवास कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि हुई है। किराये के मामले में, बेंगलुरु और पुणे के कार्यालय बाजारों में किराये में अधिकतम वार्षिक वृद्धि क्रमशः 13 प्रतिशत और आठ प्रतिशत दर्ज की गई, जो ज्यादातर उच्च मांग और ग्रेड ए स्थान की कमी के कारण थी। हैदराबाद, मुंबई और एनसीआर में भी किराये में मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता में किराये स्थिर रहे। 

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