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Hindi News पैसा बिज़नेस इस सेक्टर में घटते निवेश दे रहे भयावह संकेत, देश की इकोनॉमी में है अहम भागीदारी

इस सेक्टर में घटते निवेश दे रहे भयावह संकेत, देश की इकोनॉमी में है अहम भागीदारी

Real-Estate Sector: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई है। लेकिन फिर भी यह रिपोर्ट चिंता पैदा कर रही है।

Real-Estate Sector- India TV Paisa Image Source : FILE Real-Estate Sector

Real-Estate: रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 41 प्रतिशत घटकर 1.6 अरब डॉलर रहा। हालांकि तिमाही आधार पर इसमें 33 प्रतिशत वृद्धि हुई है। रियल एस्टेट सलाहकार फर्म वेस्टियन ने मंगलवार को बयान में कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में इस क्षेत्र को मिले कुल संस्थागत निवेश में 92 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ विदेशी निवेशकों का दबदबा रहा, क्योंकि निवेशक भारत की वृद्धिगाथा को लेकर उत्साहित हैं। रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश पिछले साल जून तिमाही के दौरान 2.7 अरब डॉलर और इस साल जनवरी-मार्च अवधि में 1.2 अरब डॉलर था। 

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

वेस्टियन ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने बाजार की अनिश्चितता के सामने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है। जून तिमाही के दौरान मार्च तिमाही की तुलना में संस्थागत निवेश में वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, “अप्रैल-जून तिमाही के दौरान संस्थागत निवेश 1.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो उससे पहले की तिमाही के मुकाबले 33.3 प्रतिशत अधिक है। हालांकि संस्थागत निवेश में सालाना आधार पर 40.7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जो बाजार में एक निश्चित स्तर की अस्थिरता को दर्शाता है।” वेस्टियन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीनिवास राव ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश पिछली तिमाही की तुलना में खासा बढ़ा है जो चुनौतीपूर्ण व्यापक आर्थिक परिदृश्य में निवेशकों की दोबारा पैदा हुई दिलचस्पी को दर्शाता है। 

एनसीआर में बिक्री तीन गुना बढ़ी 

दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई। समीक्षाधीन अवधि में ऐसे 1,050 मकान बेचे गए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ऐसे 350 मकानों की बिक्री हुई थी। चेन्नई और कोलकाता में ऐसे मकानों की बिक्री 50-50 इकाई रही। मुंबई में लक्जरी मकानों की बिक्री में गिरावट आई। अलोच्य अवधि में वहां 750 मकानों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ऐसे 800 मकानों की बिक्री हुई थी। बेंगलुरु में अप्रैल-जून के दौरान मांग आधी रह गई। वहां 50 लक्जरी मकानों की ही बिक्री हुई, जबकि पिछले साल समान अवधि में वहां 100 ऐसे मकान बेचे गए थे। सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंशुमन मैगजीन ने कहा कि वे आवासीय बाजार के 2023 की दूसरी छमाही में और मजबूत होने की उम्मीद कर रहे हैं। 

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