A
Hindi News पैसा बिज़नेस महंगा होगा समोसा! जानिए क्यों पड़ने वाला है आपके स्वाद पर डाका?

महंगा होगा समोसा! जानिए क्यों पड़ने वाला है आपके स्वाद पर डाका?

गेहूं की कीमतों का असर सीधे आटे की कीमतों पर पड़ रहा है। आटे की कीमत गेहूं से ज्यादा बढ़ी हैं। कारोबारियों के अनुसार आटे का भाव 19 से 20 फीसदी चढ़ चुके हैं। साल भर पहले 30 से 32 रुपये में मिलने वाला आटा 35 से 40 रुपये किलो मिल रहा है।

Samosa - India TV Paisa Image Source : FILE Samosa

आने वाले वक्त में यदि आपके पड़ोस की दुकान पर समोसा महंगा हो जाए तो घबराइयेगा नहीं। क्यों कि समोसा बनाने में काम आने वाला मैदा महंगा होने जा रहा है। अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि आप ब्रेड या रोटी खाकर काम निकाल लेंगे तो यहां भी आपका सामना महंगाई डायन से ही होगा। दरअसल इस महंगाई के पीछे प्रमुख कारण है गेहूं की कीमतें (Wheat Price)। पिछले साल तक 1800 से 2200 रुपये क्विंटल मिलने वाले गेहूं की कीमतें दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में 3000 रुपये के पार निकल गई हैं। 

गेहूं की बढ़ती कीमतों के पीछे पिछले साल हुए कम उत्‍पादन को एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। वहीं रूस-यूक्रेन के कारण वैश्विक स्तर पर आई गेहूं की कमी भी कीमतों को हवा दे रही है। पूरे देश में अब गेहूं न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (Wheat MSP) से ऊपर बिक रहा है। बता दें कि 2023 के लिए गेहूं की MSP 2,125 रुपये प्रति क्विंटल है। साल भर में गेहूं का रेट 16 फीसदी बढ़ चुका है और अब दिल्‍ली सहित देश के कई राज्‍यों में भाव 3,000 रुपये क्विंटल को पार कर गया है। दिल्ली में गेहूं की कीमत (Wheat Rate Delhi) 3,044.50 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है।  

19 फीसदी महंगा हुआ आटा

गेहूं की कीमतों का असर सीधे आटे की कीमतों पर पड़ रहा है। आटे की कीमत गेहूं से ज्यादा बढ़ी हैं। कारोबारियों के अनुसार आटे का भाव 19 से 20 फीसदी चढ़ चुके हैं। साल भर पहले 30 से 32 रुपये में मिलने वाला आटा 35 से 40 रुपये किलो मिल रहा है। हालांकि सरकार ने ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के संकेत दिए थे। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से स्थिति साफ न करने से भी गेहूं के दाम चढ़ रहे हैं।

क्‍यों बढ़ रहे हैं गेहूं के भाव?

विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं की कीमतों में वृद्धि का कारण बाजार में सप्लाई की कमी है। पिछले साल गेहूं की फसल खराब हुई थी। वहीं सरकार के पास स्टॉक तो है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से खुले बाजार से गेहूं की सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसे में कम सप्‍लाई से मांग में तेजी बनी रहने के चलते गेहूं की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। अब आटा मिलों को भी गेहूं मिलने में मुश्किलें होने लगी हैं।

​मैदा के भाव पर भी असर

गेहूं की कमी के कारण आटे की कीमतों में तो आग लगी ही है, वहीं आटे से बनने वाले दूसरे उत्पाद जैसे मैदा आदि की कीमतों में भी तेजी आ रही है। थोक बाजारों में मैदा के भाव में भी 15 से 20 फीसदी की तेजी देखी जा रही है।

Latest Business News