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Hindi News पैसा बिज़नेस इस म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को किया मालामाल, एक लाख के निवेश को बनाया 2.38 लाख रुपये

इस म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को किया मालामाल, एक लाख के निवेश को बनाया 2.38 लाख रुपये

अपॉर्च्युनिटीज फंड उन कंपनियों में निवेश करता है जो किसी न्यूज के कारण गिरावट के दौर में हैं या गिरावट के करीब हैं। कुछ समय बाद हालात बदलने से उस कंपनी में अच्छी तेजी आती है, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलता है।

म्यूचुअल फंड- India TV Paisa Image Source : FILE म्यूचुअल फंड

आमतौर पर निवेशक किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर देते हैं। हालांकि, इसका खामियाजा उनको बाद में भुगतना होता है। सही रिटर्न नहीं मिलने पर निराशा होती है। वहीं, अगर सही म्यूचुअल फंड का चुनाव किया जाए तो निवेशकों को शानदार फायदा मिलता है। लंबी अवधि में उनका किया हुआ निवेश कई गुना हो जाता है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल अपॉर्च्युनिटीज फंड इसी तरह का एक फंड रहा है। इस फंड ने पिछले 3-4 वर्षों में शानदार रिटर्न भी दिया है। 

लॉन्च के बाद से दिया शानदार रिटर्न 

अगर रिटर्न की बात करें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्युनिटीज फंड में अगर किसी ने जनवरी, 2019 में एक लाख रुपये का निवेश किया होगा तो यह रकम अब 2.38 लाख रुपये हो गई होगी। यानी 20.7 फीसदी सीएजीआर का रिटर्न मिला है। यही रकम अगर आप इसके बेंचमार्क निफ्टी 50 टीआरआई में लगाते तो यह केवल 1.94 लाख रुपये होता है। यानी 15.5 फीसदी का रिटर्न। यही नहीं, किसी ने मासिक 10 हजार का एसआईपी किया होगा तो कुल निवेश की रकम 5.6 लाख रुपये हुई लेकिन इसका मूल्य 10.44 लाख रुपये हो गया। यानी एसआईपी में भी यह दोगुना के करीब है। 

बाजार के उतार-चढ़ाव का असर नहीं

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्युनिटीज फ्लेक्सी कैप रणनीति का उपयोग करके इक्विटी में निवेश करता है। यह 2021 तक ज्यादातर लार्ज-कैप के निवेश था, जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक निवेश इक्विटी में थे और बाकी मिड और स्मॉल कैप में थे। हालांकि, पिछले एक या दो वर्षों के दौरान, फंड ने गियर बदल दिया है और अपने दृष्टिकोण में अधिक मल्टी-कैप बन गया है। जुलाई 2023 की फैक्टशीट के अनुसार, इसका 59.6 फीसदी एक्सपोजर बड़े कैप में, 16.4 फीसदी एक्सपोजर मिडकैप में और 13.1 फीसदी एक्सपोजर स्मॉल कैप में है। परिणामस्वरूप, लंबी अवधि के साथ एक व्यापक-आधारित विशेष परिस्थिति पोर्टफोलियो संभव हो जाता है। मार्च 2020 के बाजार में मंदी के बाद इस फंड ने बिजली, टेलीकॉम और मेटल कंपनियों के शेयरों में खरीदारी की, जबकि वे सभी अनुकूल स्थिति से बाहर थीं और आगामी वृद्धि से अच्छा मुनाफा कमाया। इसी तरह, 2021 में बैंकों की बैलेंसशीट में मजबूती शुरू होने से पहले, फंड का इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश था।

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