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Airport से ट्रेवल करने के लिए बोर्डिंग पास या टिकट की नहीं होगी जरूरत, Digi Yatra Service की मदद से बनेगा काम

अगर आप एयरपोर्ट पर जाना चाहते हैं या फ्लाइट से ट्रेवल करना चाहते हैं तो अब बोर्डिंग पास की जरूरत हर बार नहीं पड़ेगी। सरकार ने Digi Yatra Service नाम से एक सुविधा शुरु की है जिसकी मदद से एक बार ID क्रिएट करने के बाद से बार-बार पास लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस खबर में जानिए, यह कैसे करेगा काम?

बिना बोर्डिंग पास या टिकट के Airport पर करेंगे ट्रेवल - India TV Paisa Image Source : FILE बिना बोर्डिंग पास या टिकट के Airport पर करेंगे ट्रेवल

Digi Yatra: भारत सरकार ने भारत में एक नई सेवा शुरू की है जिसका उद्देश्य हवाई यात्रा को बहुत आसान बनाना है। इसे डिजी यात्रा का नाम दिया गया है। यह यात्रियों को बिना बोर्डिंग पास या टिकट के हवाईअड्डे के विभिन्न हिस्सों में जाने की अनुमति देगा। इसे फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (FRT) पर आधारित हवाई अड्डों पर यात्रियों के संपर्क रहित सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाया गया है।

इन तीन हवाई अड्डों पर शुरु

डिजी यात्रा सर्विस की शुरुआत गुरुवार को कर दी गई थी, जिसे वर्तमान में केवल तीन हवाई अड्डों पर उपलब्ध कराया गया है। यह सुविधा अन्य प्रमुख हवाई अड्डों पर भी जल्द शुरू की जाएगी। सबसे पहले इसे नई दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरु के हवाई अड्डों के लिए चालू किया गया है।

डिजी यात्रा के लिए नामांकन कैसे करें

एक यात्री को अपना विवरण और दस्तावेज प्रदान करके एक केंद्रीय प्रणाली में डिजी यात्रा आईडी बनाने की आवश्यकता होगी। आइए जानते हैं कि यह कैसे बनाया जा सकेगा?

ये डिटेल्स साथ रखें

1. नाम
2. ईमेल आईडी
3. मोबाइल नंबर
4. पहचान के लिए डिटेल (वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार आदि)

सबमिट करने पर डिजी यात्रा आईडी जेनरेट होगी। टिकट बुक करते समय यात्री इस नंबर का उल्लेख कर सकेंगे। डिजी यात्रा आईडी सहित यात्री का डेटा एयरलाइंस द्वारा हवाईअड्डे पर भेजा जाएगा।

पहली बार कराना होगा मैन्युअल वेरिफिकेशन

पहली यात्रा के दौरान यात्री को आईडी के सत्यापन के लिए हवाई अड्डे पर रजिस्ट्रेशन कियोस्क पर जाना होगा। आधार के मामले में सत्यापन ऑनलाइन किया जाएगा और अन्य आईडी के लिए, एक CISF कर्मी मैन्युअल रूप से वेरिफिकेशन करेगा। एक बार वेरिफिकेशन हो जाने के बाद से केंद्रीय प्रणाली के डिजी यात्रा प्रोफाइल में यात्री की फोटो ऐड कर दी जाएगी। बता दें, डिजी यात्रा के लिए एक बार नामांकन कर लेने के बाद से हवाईअड्डे के भीतर घूमना बिना किसी रोक-टोक के संभव हो सकेगा। इसके लिए किसी बोर्डिंग पास या टिकट की आवश्यकता नहीं होगी।

ऐसे होगा डिजी यात्रा का इस्तेमाल

  • एंट्री प्वाइंट पर टिकट की आवश्यकता होगी। यात्री को टिकट या बोर्डिंग पास दिखाना होगा (डिजिटल और फिजिकल दोनों काम करेगा)
  • उपकरण बोर्डिंग पास या ई-टिकट को स्कैन करेगा
  • बार कोड/क्यूआर कोड को स्कैन करने पर सिस्टम यात्री और फ्लाइट डिटेल्स को मान्य करेगा।
  • फिर डिजी यात्रा आईडी फेस रिकॉग्निशन द्वारा पहचान को वेरिफाई करेगी।
  • टिकट और डिजी यात्रा आईडी के सफल सत्यापन पर ई-गेट खुल जाएगा।
  • एक बार जब आप हवाई अड्डे के अंदर होते हैं।
  • यात्री ई-गेट के माध्यम से सुरक्षा क्षेत्र और विमान बोर्डिंग में प्रवेश करने में सक्षम होंगे जो एक फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का उपयोग करके संचालित किया जाएगा।

डिजी यात्रा के लाभ

हवाई अड्डे की यात्रा के प्रत्येक स्टेप में टिकट या बोर्डिंग पास दिखाने की जरूरत होती थी जो अब नहीं होगी। इसके अलावा हवाई अड्डे के संचालक के पास यात्री भार पर वास्तविक समय की जानकारी होगी। एयरलाइंस को एयरपोर्ट में यात्रियों की स्थिति का भी पता चल जाएगा। कौन कहां-क्या कर रहा है।

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