A
Hindi News पैसा बिज़नेस Lufthansa Crisis: देशी ही नहीं विदेशी हवाई कंपनियों का हाल खस्ता, Indigo और Spicejet के बाद Europe की ये बड़ी एयरलाइंस हुई ठप्प

Lufthansa Crisis: देशी ही नहीं विदेशी हवाई कंपनियों का हाल खस्ता, Indigo और Spicejet के बाद Europe की ये बड़ी एयरलाइंस हुई ठप्प

जर्मन एयरलाइन कंपनी 'लुफ्थांसा' ने अपने 1000 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया है। लुफ्थांसा की फ्लाइट रद्द होने से करीब 1.34 लाख यात्रियों को परेशानी उड़ानी पड़ी है। उन सभी यात्रियों को या तो अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी या फिर नए सिरे से योजना बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

Lufthansa - India TV Paisa Image Source : PTI Lufthansa

Highlights

  • 'लुफ्थांसा' ने अपने 1000 से अधिक उड़ानें की रद्द
  • 'लुफ्थांसा' की सभी फ्लाईट आज यानि 27 जुलाई के लिए थी शेड्यूल
  • 1.34 लाख यात्रियों को उड़ानी पड़ी परेशानी

Lufthansa Crisis: जर्मन एयरलाइन कंपनी 'लुफ्थांसा' (Lufthansa Airlines) ने अपने 1000 से अधिक उड़ानों को रद्द (Flights Cancelled) कर दिया है। इसके पीछे की वजह लॉजिस्टिक एवं टिकटिंग कर्मचारियों के एक दिन की हड़ताल बताई जा रही है। ये सभी फ्लाईट आज यानि 27 जुलाई के लिए शेड्यूल थीं। 

जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लुफ्थांसा की फ्लाइट रद्द होने से करीब 1.34 लाख यात्रियों को परेशानी उड़ानी पड़ी है। उन सभी यात्रियों को या तो अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी या फिर नए सिरे से योजना बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

क्या है हड़ताल की वजह?

जर्मनी की मजदूर यूनियन 'वेर्डी' की तरफ से ये हड़ताल बुलाई गई है। एयरलाइन के लॉजिस्टिक और टेक्निशियन डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की मांग है कि कंपनी उनकी सैलरी में 9.5% की बढ़ोतरी करें। डीडब्ल्यू की रिपोर्ट की माने तो इस हड़ताल में 20 हजार के करीब कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं। वहीं इसको लेकर यूनियन ने एक बयान जारी किया है जिसमें यूनियन का कहना है कि मंहगाई लगातार बढ़ रही है। एयरलाइन के पास स्टाफ जितने होने चाहिए उतने नहीं है। कंपनी नए स्टाफ हायर नहीं कर रही है। इससे पुराने कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ रहा है. इसके बावजूद भी कंपनी सैलरी में कोई बढ़ोतरी नहीं कर रही है। संगठन ने एयरलाइन से आगे बातचीत करने को लेकर सहमति जताई है।

पहले भी उड़ाने हो चुकी हैं रद्द

इसके पहले मंगलवार को भी एयरलाइन की 47 उड़ानें रद्द की गई थीं। बता दें, जर्मनी की इस अग्रणी एयरलाइन के फ्रैंकफर्ट एवं म्यूनिख में स्थित प्रमुख केंद्रों के अलावा डसेलडॉर्फ, हैम्बर्ग, बर्लिन, ब्रेमन, हनोवर, स्टटगार्ट और कोलोन से संचालित होने वाली उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया था। वहीं अगर बात पिछले महीने जुन की करें, तो इस कंपनी को अपने 2000 फ्लाइट्स रद्द करने पड़े। तब लुफ्थांसा के 'चीफ एक्जिक्यूटिव' कार्सटन स्पोहर ने यात्रियों को हुई परेशानी के लिए माफी भी मांगी थी। 

अधिकांश काउंटर खाली

बता दें, एयरलाइन ने ग्राउंड स्टाफ की हड़ताल को देखते हुए विमान यात्रियों से हवाईअड्डे पर न आने का अनुरोध करते हुए कहा है कि अधिकांश काउंटर खाली पड़े हुए हैं। हवाईअड्डों पर एयरलाइन की टिकटिंग एवं लॉजिस्टिक सेवाएं देने वाले कर्मचारियों हड़ताल पर हैं। उनसे एयरलाइन बातचीत करने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है।

Latest Business News